Effective Treatment of SCI Constipation: रीढ़ की हड्डी की चोट, कब्ज का कारण और इलाज

Treatment of Spinal Cord Injury-Related Constipation: रीढ़ की हड्डी की चोट के प्रभाव बहुत अधीक होता हैं यह लोगों को परलयीज भी बना देता है जिससे मरीज अपने शरीर के कई अंगो पर नियंत्रण खो देता है. इस में भी करीब 85% मरीज लैट्रिन बाथरूम से भी नियंत्रण खो देते हैं. रीढ़ की हड्डी की चोट के बाद मरीजों में आंत प्रबंधन की संभावना रहती है. Treatment of SCI Constipation

रीढ़ की हड्डी की चोट, कब्ज का कारण और इलाज: Treatment of SCI Constipation
Treatment of SCI Constipation

अगर आपको भी स्पाइनल कॉर्ड इंजुरी हुआ है। और आपकों भी मल त्याग करने में दिक्कत होती है साथ ही कब्ज बन जाता हैं तो यह यह लेख आपके लिए हैं आज हम इस लेख में रीढ़ की हड्डी की चोट के बाद आंत्र कार्य, रीढ़ के हड्डी से चोटिल व्यक्ती को हों रहें कब्ज गैस जैसे कारणों और उसके इलाज के बारे में जानेंगे।(Treatment of SCI Constipation)

Table of Contents

यदि रीढ़ की हड्डी क्षतिग्रस्त हो जाए तो क्या होगा?(Treatment of SCI Constipation)

अगर आपको रीढ़ की हड्डी में चोट लग जाती हैं तो आप को आपके लेवल के अनुसार आंत्र संबंधी समस्याएं होने की संभावना रहती हैं।(Treatment of SCI Constipation)

रीढ़ की हड्डी में चोट लगने से बड़ी आंत से अपशिष्ट को बाहर निकालने में दिक्कत होती है।

स्पाइनल इंजुरी व्यक्ती अपने इच्छा अनुसार मल त्याग में समस्या उत्पन्न होती हैं।

रीढ़ की हड्डी की चोट मूत्राशय और आंत्र नियंत्रण।

मल त्याग करने के लिए कुछ स्पाइनल इंजुरी व्यक्ती को दवा को हेल्प लेना पड़ता हैं.

पेट में कब्ज की लगातार समस्याओं के कारण पेट में दर्द हो सकता है।

रीढ़ की हड्डी में चोट, मल त्याग नहीं।

कम भोजन करने के बावजूद भी आपको जल्द पेट भरा हुआ महसूस होता है।

आंत्र संबंधी समस्याएं, कब्ज और अवसाद के कारण से चिंता बना रह सकता है.

आंत्र और मूत्राशय प्रबंधन रीढ़ की हड्डी की चोट की कारण है।

मल त्याग करने के लिए आपको कुछ स्पेशल जुगाड करने होगें।

रीढ़ की हड्डी की किस स्तर की चोट आंत्र असंयम का कारण बनती है?

रीढ़ की हड्डी की किस स्तर की चोट आंत्र असंयम का कारण बनती है? Treatment of SCI Constipation
Treatment of SCI Constipation

स्पाइनल इंजुरी होने के वजह से मलाशय, स्फिंक्टर्स और कभी कभी पीठ या पेट में दर्द पेल्विक फ्लोर मांसपेशियों में जकड़न या ढीलापन हो सकता है अगर आपका चोट का लेवल T11/T12 के बीच में है, तो आपको जकड़न या कब्ज हो सकता है इसके अलावा यदि आपकी चोट का लेवल C1/C5 या D 1/ D 7 के बीच का भी लेवल वाला व्यक्ति है तो उसे मल त्यागने में परेशानी हो सकती है.

इसके अलावा भी रीढ़ की हड्डी की चोट की अन्य स्तर भी मल और मलाशय प्रभावित कर सकते हैं जो निचे दिए हैं: (Treatment of SCI Constipation)

L1 -L12 वाले व्यक्ति को।

D1-D7 वाले व्यक्ति को।

C1-C5 वाले व्यक्ति को।

अपने शरीर को समझना:

( Treatment of SCI Constipation)

जब आप कोइ भोजन करते हैं तो वह भोजन आपके छोटी आंत में जाती है और वहा से वह भोजन प्रोटेस्ट होकर बडी आंत में चली जाती हैं जहा वह भोजन मल यानी अपशिष्ट मलाशय में मल के रूप में परिवर्तित हो जाता है. फिर वह अपशिष्ट पदार्थ गुदा के माध्यम से शरीर से बाहर निकल जाता है. यह सब प्रक्रिया उन सभी लोगों के लिए कठिन हो सकती है.जिनको रीढ की हड्डी में चोट लगी हो।

आंत्र कार्यक्रम क्या है?( Treatment of SCI Constipation)

आंत्र का हमारे शरीर में मुख्य कार्यक्रम भोजन को रखना फिर उसे अपशिष्ट पदार्थ में बदलकर मलाशय में भेजना होता हैं जहां से आपके शरीर में जमा मल को नियमित रूप से त्याग करने के लिए पुनः प्रशिक्षित करना होता है.(Treatment of SCI Constipation)

अगर आपका आंत कार्यकर्म नियमित रूप से ठीक रहता है तो आप जल्द स्वस्थ हो सकते हैं और आपको पेट से जुड़ी हुईं कोई भी समस्या उत्पन्न नही हो सकती है।

आंत कार्यकर्म को ठीक रखने के लिए क्या करें।

रीढ़ की हड्डी में चोट के बाद कब्ज समस्या, गैस का बन जाना, पेट भारी रहना, भूख न लगना जैसी समस्या को दूर करने के लिए निचे दिए गए उपाय को नियमित रूप से करें।(Treatment of SCI Constipation)

जठरांत्र परीक्षण

रोजदीन एक्सरसाइज़ करते रहना हैं।

प्रतिदिन योग अभ्यास करें

रोज सुबह में फल का सेवन करें।

हल्का गर्म पानी सुबह सुबह खाली पेट पिए।

हल्का भोजन करें।

ज्यादा तेल मसाले युक्त भोजन न करें।

फास्ट फूड भोजन से बचे।

प्रतिदिन या हर दूसरे दिन मल त्याग करना

अनियोजित मल त्याग को बिलकुल भी न रोके

दिन के किसी एक समय मल त्याग करने का अभ्यास डाले। (जैसे, सुबह, दोपहर या शाम)

प्रत्येक दिन अपने मलाशय को हर हाल मे खाली करने का प्रयास करे।

मल को सूखने न दे।

रीढ़ की हड्डी में किस स्तर की चोट, आंत्र असंयम।

स्पाइनल कॉर्ड इंजुरी में व्यक्ती अपने मल मूत्र से नियंत्रण खो देता है वह अपने मल मूत्र से पुरी तरह कंट्रोल को खो देता है यहां तक कि फीलिंग को नसमझ हों जाता हैं जब किसी स्पाइनल इंजुरी व्यक्ती अपने मल मूत्र का निष्कासन करता है तो उसे उसका अहसास नही होता हैं।(Treatment of SCI Constipation)

जिसमे रीढ़ की हड्डी में चोट के सभी लेवल शामिल होते है चाहे आपका चोट गर्दन वाली रीढ़ की हड्डी में हों, या पीठ बाली रीढ़ की हड्डी में या फिर कमर की रीढ़ वाली हिस्से में।

आंत्र कार्यक्रम में क्या शामिल है?

हमारे आंत्र कार्यक्रम में कुल चार चीज शामिल हैं: पहला समय, आहार , दवाइयाँ, और चौथा मल त्याग करना हैं। यह सभी कार्यक्रम अलग अलग व्यक्ती में भिन्न भिन्न हों सकता हैं।(Treatment of SCI Constipation)

आंत्र कार्यक्रम को समय अनुकूल बनाने के लिए क्या करें।

आंत्र कार्यक्रम को सबसे अच्छा और बेहतर बनाने के लिए आपको हर दिन या फिर हर दुसरे दिन में मल को त्याग करना होगा।(Treatment of SCI Constipation)

अच्छा और फायदेमंद आहार लें।

खूब सारा तरल पदार्थ पीते रहें।

डॉक्टर के द्वारा सुझाई गई आंत्र दवाओं का ही इस्तेमाल करें।

मलाशय को पुर्ण रूप से खाली करने के लिए तकनीकों का इस्तेमाल करें।

रीढ़ के चोट लगी व्यक्ती को कब्ज दूर करने के कौन सा आहार और तरल पदार्थ लें।

अगर आपको भी स्पाइनल इंजुरी हो गया है तो आपकों यह ध्यान देना होगा कि आपको कब्ज न हो, मलाशय में अपशिष्ठ पदार्थ जमा न हो, और इसके लिए आपको हेल्थी आहार लेना होगा,पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ का सेवन करें।(Treatment of SCI Constipation)

अवश्यकता अनुसार ताजे फल फलों और सब्जियों का सेवन करें। जैसे पपीता गाजर मूली अमरूद आम संतरा नींबू धनिया कुक्कड़ खीरा ककड़ी टमाटर और हरी मिर्च  आदि।

अगर आप फाइबर युक्त आहार लेते हैं तो आपको साथ में बहुत सारे तरल पदार्थ भी पीने चाहिए।

दिन में 6 से 7 लीटर पानी पिएं।(Treatment of SCI Constipation)

रीढ की हड्डी में चोट लगने के बाद आपको कैफीन युक्त तरल पदार्थों का सेवन बंद कर देना चाहिए या कम कर देना चाहिए जैसे, कॉफी, चाय, कोल्ड ड्रिंक एनर्जी ड्रिंक आदी।

अगर रीढ़ की हड्डी टूट जाए तो क्या होता है?

अगर किसी भी व्यक्ति को रीढ़ की हड्डी में चोट लग जाएं या फिर टूट जाएं तो यह उस व्यक्ती या महिला के लिए बहुत ही दुर्भाग्य की बात होती है क्यों कि स्पाइनल कॉर्ड इंजुरी का अभी तक कोई भी इलाज नही निकला है साथ ही और भी कई सारी समस्या होती है जो नीचे दिए गए हैं:(Treatment of SCI Constipation)

उठने बैठने में असमर्थ

घूमने फिरने या फिर चलने में असमर्थ

मल मूत्र पर नियंत्रण न होना

खुद से खाने पीने में दिक्कत

चोट लगी स्थान के निचे के अंग में फीलिंग न होना

चोट लगी स्थान के निचे के अंग में ठंड और गर्म का अहसास न होना

कुछ लोगो को बोलने में कठिनाई होना

कुछ लोगो को सांस लेने में दिक्कत जैसी कई सारे कारण होते हैं।

रीढ़ की हड्डी में चोट लगने के बाद मल त्याग करने के लिए कौन सा दवाइयाँ लें।

स्पाइनल इंजुरी हों जाने के बाद व्यक्ती अपना मल मूत्र से नियंत्रण खो देता है जिससे मल त्याग करने में कठिनाई होती है कई बार मल का खुलासा नहीं होने से आपकों डॉ के पास भी जाना पड़ता हैं लेकीन आगे से मल त्याग करने में ज्यादा दिक्कत नहीं हों इसके लिए डॉक्टर के द्वारा बताएं गए दवाई और टिप्स को अपना सकते है।(Treatment of SCI Constipation)

मल त्याग करने के लिए एक या अधिक दवाइयां, मुंह से लेने की पड़ सकते हैं।

मल त्याग करने के लिए सपोर्टी जैसे दवा को गुदा द्वार के रास्ते लेने की सलाह डॉक्टर दे सकते है।

मल सॉफ़्नर का यूज कर सकतें है जिससे मल को नरम कर देता है और मलत्याग में आसानी होती हैं।

उत्तेजक जुलाब बृहदान्त्र का इस्तेमाल कर आप मल को आसनी से त्याग कर सकते हैं।

रेक्टल जुलाब की मदद लें सकते हैं मलाशय को खाली करने में।

इन सभी के अलावा आप अपने कब्ज को दूर करने के लिए कुछ अलग TECHNIQUES को अपना सकते है जो आपको आसनी से मल त्याग करने में मदद करती है और जल्दी भी। हालाकी इसका यूज आप डॉक्टर के देखरेख में करते हैं तो अच्छा है साथ ही इसका इस्तेमाल ज्यादा कब्ज होने पर ही करें। ताकी कोइ समस्या उत्पन्न न हो।

डिजिटल रेक्टल उत्तेजना – अगर आपकी फिंगर काम करती है तो आप अपनी उंगलियों को मलाशय/गुदा के अंदर डाल कर घुमाएं। यह काम करीब दो से तीन मिनट तक करना है साथ ही यह ध्यान रखना हैं कि आपके अंगुलियों में नाखून न बढ़ा हों, इसके अलावा आपकों अपने हाथों में ग्लॉब्स पहन कर ही यह काम करना है। यह कार्यक्रम करने के बाद में करीब 10 से 15 मिनट के बाद मलाश्याल से मल किलीयर हों जायेगा।

एनीमा – यह एक प्रकार का लिक्विड पदार्थ होता हैं जिसे मल त्याग करने में हो रहें कठिनाई को दूर करने के यूज किया जाता हैं एनीमा का इस्तेमाल करने से पहले आप को हाथ में गोल्ब्स को पहन लेना है और फिर एनिमा को सील तोड़ कर नारियल तेल उसके मुंह पर लगाकर किसी दुसरे व्यक्ती या नर्स की हेल्प से अपने गुदा द्वार के अंदर लगाएं। और पुरी एनिमा को खाली करे।

जिसके 10 से 15 मिनट के बाद मलाशय से मल खाली हों जायेंगे।

स्पाइनल इंजुरी व्यक्ती को कब्ज किन किन दवा लेने से हों जाते है?

अगर आप बेड पर हैं या व्हील चेयर पर है या फिर आप स्पाइनल कॉर्ड इंजुरी व्यक्ती हैं तो आपकों कभी कभी बॉडी में दर्द आदी होते रहेंगे और आप उस दर्द को दूर करने के लिए दर्द का दवा लेते हैं तो आपकों कब्ज हों सकता हैं इसके अलावा भी कुछ दवा है जो कब्ज बढ़ाने में सहयोग करता है जो निम्न हैं:-

दर्द को कम करने वाली दवाइयां कब्ज का कारण बन सकता हैं जैसे हाइड्रोकोडोन, फेंटेनाइल, ऑक्सीकोडोन, मॉर्फिन, गैबापेंटिन और कार्बामाज़ेपाइन आदी।(Treatment of SCI Constipation)

मूत्राशय में जलन या ऐंठन को कम करने वाली दवाओं का सेवन करने से भी मलाश्य सुख सकते है।

पैर हाथ या जांघ आदी में कड़ापन या मांसपेशियों की ऐंठन को कम करने वाली दवाओं का इस्तेमाल से कब्ज होने की संभावना रहती है।

अवसाद या बुखार आदी के उपचार के लिए यूज की गई दवाइयां भी कब्ज बना देती हैं।

बार बार कब्ज होने से क्या हो सकता हैं?

लगातर अगर आपको पाचन क्रिया ठीक नहीं रहती है या फिर मल त्याग में बार बार रुकावट आती है तो आपको उससे अन्य समस्या बॉडी में उत्पन्न हों सकतें हैं जो निम्न हैं:-(Treatment of SCI Constipation)

पेट का आंशिक पक्षाघात

क्रोनिक हार्टबर्न

गैस का दर्द

पेट या आंतों के अल्सर

बवासीर

पेट में असुविधा, दर्द या फैलाव

जी मिचलाना

पेट फूलना या पेट भरा होना

वजन में परिवर्तन

ऑटोनोमिक डिस्रेफ़्लेक्सिया

दर्द और/या ऐंठन का बढ़ना

भलाई की भावना में कमी

निष्कर्ष:

आज हम इस लेख में (Treatment of SCI Constipation) रीढ़ की हड्डी में चोट के बाद आंत्र संबंधी समस्याएं , कब्ज का उपचार, गैस का घरेलू इलाज और नुस्खे के बारे जाना है आपकों यह लेख कैसा लगा, क्या इस लेख के ज़रिए आपकों किसी भी प्रकार से हेल्प मिली है तो आप हमें प्रतिक्रिया व्यक्त कर सकते है।

FAQ For Treatment of SCI Constipation:

Q.क्या रीढ़ की हड्डी की चोट के कारण कब्ज हो सकता है

जी हा बिलकुल .

Q.रीढ़ की हड्डी की चोट के किस स्तर पर वेंटिलेशन की आवश्यकता होती है?

गर्दन वाली रीढ़ की हड्डी में चोट लगने से।

Q.गिरने से आपके मल त्याग पर असर पड़ सकता है?

जी हा बिलकुल (Treatment of SCI Constipation)

Q. क्या पीठ की चोट मल त्याग को प्रभावित कर सकती है?

जी हां बिलकुल (Treatment of SCI Constipation)

Q.यदि रीढ़ की हड्डी में चोट लग जाए तो क्या होगा?

ऊपर लेख में विस्तार से बताया गया है कृपया चेक करें।

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