Spinal Cord Injury Treatment 2024 : रीढ़ की हड्डी की चोट का आधुनिकतम उपचार क्या है?

Latest news spinal cord injury treatment:- स्पाइनल इंजुरी एक प्रकार का न्यूरोलॉजिकल समस्याएं हैं जिसमे ब्रेन स्पाइन में और फिर स्पाइन के जरिए पूरे शरीर में संदेश पहुचाने वाला मार्ग यानी हमारी नस पुर्ण या अपूर्ण रूप से डिस्टर्ब हों जाती है, सरल भाषा में कहे तो बिजली की तार अगर कही टूट जाए या कट जाएं तो हमारे घरों में आने वाली बिजली बाधित होती हैं ठीक उसी प्रकार से हमारी स्पाइन में चोट लग जाय या कट जाएं तो एसे स्थिति में हमारे शरीर में ब्रेन से पहुंचने वाली सन्देश नही पहुंच पाती है।

Spinal Cord Injury Treatment 2024 : रीढ़ की हड्डी की चोट का आधुनिकतम उपचार क्या है?spinal cord injury treatment

और उस वजह से हमारी शरीर एक लकवा ग्रस्त रोगी के समान हो जाता हैं। हालाकी हमे स्पाइनल इंजुरी व्यक्ति को रोगी नही कहना चाहिए, कुछ केश में। क्यो कि यह कोई बिमारी नहीं है लेकिन बिमारी के ही समान है. रीढ़ की हड्डी की चोट से दुनियां भर के लाखों लोगों की जिन्दगी पल भर में ही रुक जाती है. तबाह हो जाती है चलता फिरता आदमी बेड पर आ जाता हैं ।

व्हीलचेयर पर आ जाता हैं और बहुत सारी समस्या का सामना भी करना पड़ता है. जो कि असहनीय होता है। बहुत एसी चीज़ होती हैं जो रीढ़ की हड्डी में चोटिल व्यक्ती चाह कर भी नही कर पाता है। ये सब मैने अपने दोस्त में खुद देखा है और साथ में उसे महसूस भी किया है। तो आइए जानते है बिना देर किए स्पाइनल कॉर्ड इंजुरी के तत्काल प्रभाव से इलाज और guideline spinal cord injury treatment होने के बाद होने वाली इलाज के बारे में –

Table of Contents

रीढ़ की हड्डी की चोट का प्रारंभिक जांच : advances in spinal cord injury treatment

किसी भी व्यक्ती को अगर स्पाइनल में इंजुरी हुआ है या शक है तो सबसे पहले उस व्यक्ती को किसी नजदीकी में स्थित न्यूरो हॉस्पिटल ले जाना चाहिए। जहा से उसका डॉक्टर द्वारा ( spinal cord injury treatment ) प्रारंभिक जांच और परीक्षण करने के बाद में डॉक्टर रीढ़ की हड्डी की चोटिल रीढ़ की जांच करते हैं

सबसे पहले गर्दन या पीठ की बैक बोन में चोट होने पर डॉक्टर जॉच परीक्षण करते हैं।

ज्यादा दर्द है और व्यक्ति कहीं तेजी से गिर गया हो तो उस वक्त भी स्पाइनल कॉर्ड इंजरी का जांच परीक्षण कर डॉक्टर सीएसएफ टेस्ट कराने की सलाह देते हैं।

इसके अलावा भी डॉक्टर कुछ अन्य टेस्ट भी करते हैं

एक्स-रे करने से रीढ़ की हड्डी में लगी चोट का पता चल सकता है।

एक्स-रे से चोट का पता नहीं लग पाने पर दुसरा अच्छा तरीका सीटी स्कैन होता है।Spinal Cord Injury Treatment

एमआरआई—  स्पाइनल कॉर्ड इंजुरी में गहरी चोट लग जानें की स्थिति में समस्याओं को जानने के लिए डॉक्टर एमआरआई भी करवा सकता है।

स्पाइनल कॉर्ड इंजरी का इलाज कैसे करें? best treatment for spinal cord injury

emergency treatment for spinal cord injury मानव शरीर में एसे कई सारे इंजुरी होते हैं जिनका करीब करीब दुनियां में एक बेहतरीन इलाज है लेकिन स्पाइनल कॉर्ड इंजरी होने पर अब तक पुरी दुनियां में पूरी तरह से कोइ ठीक करने के लिए कोई सटीक उपचार उपलब्ध नहीं है, एसा कोइ दवा या वैक्सीन नही है और नहीं कोइ सर्जरी नही है जो करने के एक या दो महिने में व्यक्ति को पुरी तरह से पहले जैसा ठीक कर दे।

रीढ़ की हड्डी में चोट के लिए देश दुनिया में नए उपचार की खोज हमारे मेडिकल साइंस करने के लिए लगातार शोध कर रहे हैं, जिसमें मुख्य रुप से प्रोसथेसेस और दवाइयां शामिल हैं जो हमारे तंत्रिकाओं की कार्य करने की क्षमता को पहले से ज्यादा बढ़ा सकती हैं।

वर्तमान समय में स्पाइनल कॉर्ड इंजरी के उपचार के लिए मुख्य तौर पर इस बात पर भी ध्यान दिया जा रहा है कि
इसे और अधिक नुकसान न पहुंचे। और इसके लिए अब स्टेम सेल और फिजियोथेरेपी की मदद से इसका इलाज किया जा रहा है।

रीढ़ की हड्डी की चोट वाले व्यक्ति के उपचार का प्रमुख लक्ष्य है

future of spinal cord injury treatment :

किसी भी व्यक्ती से रीढ़ की हड्डी की चोट लगती है तो उस व्यक्ति का सही समय पर सही उपचार सबसे जरूरी होता है और यह इलाज डॉक्टर के पास पहुंचने से पहले यानी उसी स्थान से शुरू हो जाता है. जहा पर उसे चोट लगा है जिसके लिए कुछ महत्त्वपूर्ण कदम उठाया जाना चाहिए।(spinal cord injury treatment)

रीढ़ की हड्डी में चोट लगने पर अपन अपन गर्दन को न हिलाएं।

अगर चोट लगे हुए स्थान से खून के बहाव हो रहा है तो उसे रोकने की कोशिश करें।

नजदीकी डॉक्टर के पास ले जाए जो आपको बेहोश कर सकता है। ताकी आप बेचैन न हो और आपका शरीर स्थिर रहे।

किसी व्यक्ती को रीढ़ की हड्डी में चोट लगती है तो उसे
स्थिर रहना चाहिए, और अपनी रीढ़ की हड्डी को हिलाने से बचना चाहिए।

रीढ़ की हड्डी में चोट लगने की स्थिति में आपातकालीन देखभाल, करते हुए उसे जीवित रहने की संभावना को जारी रखना चाहिए।(Spinal Cord Injury Treatment)

व्यक्ती का हिम्मत और मनोबल को हमेशा बढ़ाए रखना चाहिए। जिससे चोट के दीर्घकालिक प्रभावों को कम कर सकते हैं।

सांस लेने में दिक्कत होने पर ऑक्सीजन देना चाहिए।

व्यक्ति के गर्दन को स्थिर रखने के लिए एक नेक कॉलर को पहना देना चाहिए। जैसा कि तस्वीरों में अप देख रहें हैं।

व्यक्ती को स्पाइनल इंजुरी होने की स्थिती में डॉक्टर साथ होने के साथ साथ आपके परिवार के साथ होना चाहिए । ताकी रीढ़ की हड्डी चोट के बाद उसके पुनर्वास के लिए एक विस्तृत योजना बनाई जा सके।

अलग अलग लोगों में रीढ़ की चोट हर चोट अलग होती है, हालाकी सभी रीढ़ की हड्डी की चोट के सामान्य तौर पर एक जैसे ही होते हैं।(spinal cord injury treatment)

अपने तात्कालिक रीढ़ की चोट मे लक्षणों को जाने बगैर खुद से ज्यादा छेड़ छाड़ नहीं करना चाहिए। और आराम से सावधानी पूर्वक, उपचार करने में सहयोग करे।

ज्यादा गंभीर चोट होने पर एक वेंटिलेटर आपको सांस लेने में मदद कर सकता है। हालाकी घटना वाले स्थान पर आप ऐसा करने में असमर्थ हैं तो आप एक फीडिंग ट्यूब का मदद ले सकती है।

आपको ज्यादा से ज्यादा अपनें बॉडी आरामदायक रहने में मदद करने हैं।

यदि आप अनिद्रा या फिर पुराने दर्द से जूझ रहे हैं, तो उसके लिए आपको डॉक्टर की मदद से दवा ले ​​सकता है।

अपनें जीवनशैली में बदलाव करने होगें, जैसे स्वस्थ और  अच्छा आहार तथा धूम्रपान छोड़ना।

आपके मस्तिष्क और शरीर को एक बार फिर से छोटे से बच्चे की तरह प्रशिक्षित करे और उसके लिए हम मिलकर भौतिक चिकित्सा का सहयोग लेना चाहिए।

रीढ़ की हड्डी की चोट के बाद जीवन में आय तनाव से निपटने के लिए हमे अपने परिवार और दोस्तों से मदद लेना चाहिए।(spinal cord injury treatment)

रीढ़ की हड्डी की चोट का इलाज क्या है?

अगर सही बात करे तो रीढ़ की हड्डी की चोट एक गंभीर चोट है जिसका चिकित्सा आपातकाल है और एसी चोट मे व्यक्ति का इलाज दुर्घटना स्थल पर शुरू हो जाती है। जैसे सिर और गर्दन को सुरक्षित रखने के लिए तत्काल चिकित्सा ध्यान देने की आवश्यकता होती है। और उसके लिए गर्दन कॉलर पहना दी जाती है।(breakthrough in spinal cord injury treatment)

क्यों कि रीढ़ की हड्डी की चोट के तुरंत बाद से ही उसके लक्षण प्रकट होने लगते हैं जो चोट को और बदतर बना सकते हैं और यह चोट हर गुजरते सेकंड के साथ गंभीर होती चली जाती है, जिस वजह से चोट और भी गंभीर हो सकती है।

क्या रीढ़ की हड्डी की चोट से व्यक्ती का निचला हिस्सा लकवा हो सकता है?

जी हां बिलकुल अगर किसी व्यक्ति को अगर रीढ की हड्डी में चोट लगता हैं या टूट जाता हैं तो वैसे स्थिती में व्यक्ति को लकवा ग्रस्त हो सकता है. हालाकी रीढ़ की हड्डी में चोट लगने पर लकवा ग्रस्त होने का प्रकार और स्तर अलग अलग हों सकता है.(spinal cord injury treatment)

रीढ़ की हड्डी की चोट का इलाज किस आधार पर की जाता है?

Spinal Cord Injury Treatment उसके चोट की श्रेणियों पर समग्र निर्भर करती है: जो निचे दिए गए हैं –

व्यक्ति का उम्र, स्वास्थ्य और चिकित्सा का इतिहास

रीढ़ की हड्डी की चोट की श्रेणियों

स्पाइनल इंजुरी की चोट का लेवल

स्पाइनल इंजुरी की चोट की सीमा

स्पाइनल इंजुरी के उपचार की प्रकृति आक्रामक रूप से लंबे समय तक चल सकता है। जिस वजह से आईसीयू देखभाल, सर्जरी, लैट्रिन का बेड पर हों जाना, मूत्राशय कैथेटर का उपयोग, ऑक्सीजन , वेंटिलेटर देखभाल और फीडिंग ट्यूब तथा एक्सरसाइज़ आदि शामिल हैं।(approaches for spinal cord injury treatment)

रीढ़ की हड्डी के तुरंत बाद किसी और चोट से बचाने के लिए व्यक्ति को दुर्घटना स्थल पर पैरामेडिक्स द्वारा किया जाता है।

स्पाइनल इंजुरी होने पर श्वास और हृदय स्वास्थ्य जैसी महत्वपूर्ण चीजों पर भी ध्यान रखना चाहिए।

स्पाइनल इंजुरी होने पर व्यक्ति को ट्रैक्शन या कॉलर को पहनाया जाता हैं।

क्या रीढ़ की हड्डी की चोट से पुनः रिकवर होने में व्यायाम फायदेमंद है?

व्यायाम हमारे शरीर को पुनर्वास प्रक्रिया का एक हिस्सा होता है जिसे हम करके अपने खोए हुए ताकत कार्यों को पुनः प्राप्त कर सकते है। हालाँकि, यहां पर आपको बता दें कि व्यायाम के प्रकार अलग अलग हो सकते है और उसे करने की तारिका भी अलग हो सकते हैं जिसे हमे डॉक्टर के निर्देशों के अनुसार ही करने चाहिए।(spinal cord injury treatment)

व्यायाम स्पाइनल इंजुरी में कैसे मदद करता है:

एक्सरसाइज़ स्पाइनल इंजुरी व्यक्ति को पुनः रिकवरी में कई तरह से हेल्प करता है जो Spinal Cord Injury Treatment निचे दिए गए हैं:-

मांसपेशियों को स्ट्रेच करने में मदद करता है।

साँस लेने को हमे प्रोत्साहित करता है।

मांसपेशियों पर नियंत्रण करने और लकवा ग्रस्त अंगों में शक्ति पुनः प्राप्त करने में मदद करता है।

आसन से ताकत लौटती हैं और उसे लाभ मिलता है

स्पाइनल इंजुरी व्यक्ति को मानसिक स्वास्थ्य की जरूरत होती है और उसमे एक्सरसाइज़ हेल्प करता है।

शरीर में होने वाली क्रोनिक दर्द की संभावना बहुत कम हो जाती है।

पुरानी या किसी अन्य नईं बीमारियों को दूर रखने में मदद करता है।

स्पाइनल इंजुरी होने पर कौन सी व्यायाम जरुरी होता है

स्पाइनल इंजुरी होने पर आमतौर पर तो कई तरह की अनुशंसित व्यायामों शामिल होता हैं जिसे निचे दिए गए हैं:(spinal cord injury treatment)

योग

पानी के एरोबिक्स का प्रयास करना।

रोइंग करने का प्रयास करते रहना चाहिए।

चलने का प्रयास करते रहना चाहिए।

भारोत्तोलन करे।

बैठा हुआ एरोबिक्स करना।

स्पाइनल कार्ड इंजुरी होने पर आधुनिक उपचार क्या है?

रीढ़ की हड्डी की चोट के बाद रोगियों को रिकवर होने के लिए विभिन्न प्राकार की दिन-प्रतिदिन वाली गतिविधियाँ और नवीनतम तकनीकें आज उपलब्ध हैं? जिसे रीढ़ की हड्डी की चोटिल व्यक्ती द्वारा निरंतर प्रयास करते रहने पर उस व्यक्ति के जीवन पर प्रभाव डाल सकती हैं। व्यक्ती पुनः चल सकता है वह पुनः ठीक हो जाएगा। हालाकी ये सब बातें उन लोगों के लिए ख़ास कर असर डालेगा। जो सच में पुनः रिकवर होना चाहते हैं इसके लिए मन की शक्ती, चेतना जागृत करना होगा।(spinal cord injury treatment)

रीढ़ की हड्डी की चोट के बाद जीवन को पुनः स्थापित करने के लिए और व्यक्ती की शारिरिक गुणवत्ता बनाएं रखने के साथ-साथ व्यक्ति की स्वतंत्रता में सुधार करने में मदद कर सकता हैं नया उपकरण जो इसमे शामिल है:

आधुनिक व्हीलचेयर: यह व्हील चेयर व्यक्ती को कई सारे चीजों में आत्म निर्भर बनाता हैं और पुनः ठीक होने के लिए प्रेरित करता है।

कंप्यूटर अनुकूलन: इस तरह की आधुनिक उपकरण के हेल्प से व्यक्ति आवाज पहचान और अन्य कार्यों के लिए एक शानदार अनुकूल कीगार्ड हैं, जिसका इस्तेमाल गंभीर रूप से स्पाइनल इंजुरी व्यक्ति कर सकते हैं।

दैनिक जीवन में इलेक्ट्रॉनिक सहायता: इस तरह की उपकरण बिजली का उपयोग करते हुए रिमोट आदि से आवाज नियंत्रण से हेल्प करता हैं।(spinal cord injury treatment)

विद्युत उत्तेजना उपकरण: यह एक ऐसा उपकरण है जो कि व्यक्ति के हाथ या पैर के कार्यों को नियंत्रित करने में विद्युत उत्तेजकों के द्वारा सहयोग करता है। जिससे कि स्पाइनल इंजुरी व्यक्ति को चलने या वस्तुओं को पकड़ने की क्षमता हासिल करने में मदद करती है।

रोबोटिक चाल प्रशिक्षण: इस आधुनिक उपकरण के जरिए व्यक्ति को चलने फिरने में मदद करता है।

रीढ़ की हड्डी में चोट के बाद कबतक ठीक होने की उम्मीद करें?

किसी भी व्यक्ति को स्पाइनल कॉर्ड इंजुरी होने पर प्रकृति रूप से पहले जैसा ठीक होने में कितना समय लगता हैं और क्या उम्मीद करें इस चीज़ को बता पाना मुश्किल है हालाँकि, चोट के लेवल, व्यक्ती के स्थिति के आधार पर, स्पाइनल इंजुरी होने के 1 सप्ताह से 6 महीने के अंदर रिकवरी शुरू हो जाती है। और पुरी तरह से ठिक होने में  2 साल या उससे अधिक समय भी लग सकता है।(spinal cord injury treatment)

FAQ For spinal cord injury treatment:-

Q.रीढ़ की हड्डी की चोटें ठीक होने में कितना समय लगता है?

इसका कोइ निश्चित समय नही है कि कीतना समय लगेगा।

Q क्या रीढ़ की हड्डी की चोट जीवन के लिए खतरा है

जी हा बिलकुल ।

Q.क्या रीढ़ की हड्डी की चोट का इलाज किया जा सकता है?

जी हां ।

Q.रीढ़ की हड्डी का कौन सा क्षेत्र सबसे अधिक घायल होता है ।

शरीर का निचला हिस्सा।

Q.रीढ़ की हड्डी की चोट के इलाज के लिए नया शोध क्या है?

स्टेम सेल थेरेपी

Q.क्या रीढ़ की हड्डी की चोट का कोई इलाज हैं।

कोई इलाज नहीं है spinal cord inury treatment का।
निष्कर्ष: –

आज हमने इस लेख में जाना कि रीढ़ की हड्डी की चोट 2024 का नया इलाज क्या है? रीढ़ की हड्डी की चोट का नवीनतम उपचार क्या है? स्पाइनल इंजुरी होने पर कौन सी व्यायाम जरुरी होता है?, complete spinal cord injury treatment, रीढ़ की हड्डी में चोट के बाद जीवन में क्या फर्क पड़ता हैं,current treatments for spinal cord injury स्पाइनल कॉर्ड इंजुरी व्यक्ति को कौन सा आधुनिक उपकरण का सहायक हैं, आदी के बारे में विस्तार से जानकारी दी है.

इसके अलावा हमने इस लेख में रीढ़ के हड्डी में चोट की जाने वाली अहम उपचार और स्पाइनल कॉर्ड इंजुरी होने का कारण आदी के बारे में जाना हैं।

मुझे उम्मीद है कि आपको यह रीढ़ की हड्डी की चोट का सबसे अच्छा इलाज क्या है? Spinal Cord Injury Treatment का लेख पसंद आया होगा। परंतु आपको इस चोट से जुडी कोइ भी प्रश्न है तो आप हमें मेल या कॉमेंट जरुर करे।

एसे ही लेख को पढ़ने और स्वास्थ्य संबंधित कोइ भी जानकारी का अपडेट पाने के लिए हमारे ब्लॉग मन की शक्ति यानि PowersMIND से जुडे़। और साथ में शेयर करें।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top