Aquatic Therapy For Spinal Injury : स्पाइनल इंजुरी के बाद रिकवरी के लिए जलीय थेरेपी और पूल व्यायाम

Aquatic Therapy For Spinal Injury: स्पाइनल कॉर्ड इंजुरी के बाद व्यक्ति के पुनः रिकवर करने के लिए हाइड्रो थेरपी, जलीय चिकित्सा संतुलन और गति पैटर्न जैसे प्रभावी तरीका किया जाता है इस जलीय चिकित्सा उपचार को ( water therapy for Spinal Cord Injury) हाइड्रो थेरपी भी कहा जाता हैं ।

जो कि स्पाइनल इंजुरी के बाद जीवित बचे लोगों को भौतिक चिकित्सा के रुप में दिया जाता हैं. यह एक सुरक्षित और  बहुत ही आकर्षक कसरत है. जिसे प्रशिक्षित चिकित्सक के द्वारा दी जाती है।( Aquatic Therapy For Spinal Injury)

Aquatic Therapy For Spinal Injury : स्पाइनल इंजुरी के बाद रिकवरी के लिए जलीय थेरेपी और पूल व्यायाम
Aquatic Therapy For Spinal Injury

भौतिक चिकित्सक एक ऐसा उपचार होता है जो मरीज के क्षमता के अनुसार ही स्पाइनल इंजुरी को ठीक करने के लिए विभिन्न प्राकार के पूल व्यायाम प्रदान की जाती है जो व्यक्ती को पुनः रिकवरी में बढ़ावा देने में मदद करता है. भूमि-आधारित भौतिक चिकित्सा के मुकाबले में, हाइड्रो थेरपी अभ्यास ज्यादा अच्छा होता है जो जोड़ों पर कम तनाव डालते हैं . साथ ही व्यक्ती अपने पूरे बॉडी को अच्छे से हिला डुला पाता है.
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हाइड्रो थेरपी पूल मुख्य तौर पर गर्म ही होते हैं, जिसे घर के अंदर या बाहर आप कर दीए गए तस्वीरों में अच्छे से देख सकते हैं और समझ भी सकते हैं कि किस प्रकार  है, (Aquatic Therapy For Spinal Injury) जलीय चिकित्सा एक मज़ेदार कसरत है।
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आज हम इस लेख में स्पाइनल कॉर्ड इंजुरी के बाद की जाने वाली प्रमुख Aquatic Therapy exercises for Spinal Cord  injuries, पूल व्यायामों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगें। जिन्हें आप किसी प्रशिक्षित व्यक्ति के देखभाल में कर सकते हैं, जिसे जानने के लिए पुरा लेख पढ़।

स्पाइनल इंजुरी के बाद जलीय चिकित्सा के लाभ ?( Aquatic Therapy For Spinal Injury)
Aquatic Therapy For Spinal Injury

प्रत्येक व्यक्ति में स्पाइनल इंजुरी का लेवल अलग अलग होती है. और प्रत्येक व्यक्ती की चोट की गंभीरता साथ ही चोट लगने का स्तर भी अलग-अलग ही होता है और उस चीज़ का प्रभाव भी अलग अलग व्यक्ती में भिन्न भिन्न हो सकता है, जैसा कि हम अपने अन्य लेखों में विस्तार से बता दिया है कि रीढ़ की हड्डी में चोट के बाद मुख्य रूप से प्रभाव मोटर पर और संवेदी कार्यों में परिवर्तन होता है या फिर हानि होती हैं।( Aquatic Therapy For Spinal Injury)

दूसरा सबसे बड़ा प्रभाव हमारे शरीर के मांसपेशियों पर पड़ती है जब रीढ़ की हड्डी में चोट लगती है और इस के वजह से सामान्य रुप से स्पास्टिसिटी या अनैच्छिक रुप से मांसपेशी में संकुचन होती है और स्पास्टिसिटी रीढ़ की हड्डी की चोट से बचे हुऐ चार में से तीन अन्य लोगों को प्रभावित करती है, जिससे मस्तिष्क और चोट के स्तर से व्यक्ती के शरीर के नीचे के क्षेत्रों को संकेतों को बाधित करता है। ( Aquatic Therapy For Spinal Injury)

किसी भी व्यक्ति में चंचलता उसके गति से उत्पन्न होती है और गति ब्रेन के दिए संकेत के वेग पर भी निर्भर होती है और जब गति ब्रेन से हमारे शरीर के उन हिस्सों तक नहीं पहुंच पाती है तो उस स्थिती में मांसपेशी कमज़ोर हो जाति है जिसके वजह से संकुचन उत्पन्न होती है, कठोर हरकतें होती है, झटकेदार ऐंठन भी हो सकती है।

लेकिन जलीय चिकित्सा एक एसी शानदार रीढ़ की हड्डी की चोट के बाद का कसरत है जो मशल्श में होने वाली ऐंठन के प्रभाव को कम करती है बल्कि पूल व्यायाम से स्पाइनल इंजुरी वाले व्यक्ति की शरीर संरचना में सुधार होती है,मांसपेशियों में मजबूत होती है और दर्द को कम करने में मदद करता है ।

पानी में किए जाने वाले कई गतिविधी है जो स्पाइनल इंजुरी वाले व्यक्ति को लाभ दे सकता हैं उदहारण के लिए  उछाल यानि खुद को तैरने की अनुमति देना,शरीर पर पानी का दबाव देना जिसे हाइड्रोस्टैटिक दबाव कहता है और चिपचिपाहट यानि पानी के गति का प्रतिरोध को सहना आदी शामिल हैं।( Aquatic Therapy For Spinal Injury)

Table of Contents

1.शारीरिक जागरूकता को बढ़ावा देना ( aquatic exercises for spinal cord injuries )

हाइड्रो थेरपी में ड्रैग फोर्स भी दिया जा सकता है स्पाइन मजबूत कराने के लिए। जो कि धीमी गति से चलने वाला एक वातावरण पहले बनाता है इस प्राकार की चीज को स्पाइनल इंजुरी उपचार के अलावा अंतरिक्ष के संबंध में किया जाता हैं. जो हमारे शरीर को जागरूकता देती हैं।( Aquatic Therapy For Spinal Injury)

और यह एक ऐसा प्रकिया है जिसमे व्यक्ति को पुनः गिर जाने का भए नही रहता है. इस से आप स्पाइनल इंजुरी व्यक्ति के दिमाग में गिरने का डर के भय को दूर कर सकते हैं. हालाकी इस अभ्यास को आप अकेले कभी न करें। इसके लिए एक व्यक्ती की जरुरत होती हैं

2. पैर हाथ के जोड़ों पर दबाव कम करें

रीढ़ की हड्डी की चोट के बाद, व्यक्ती अपने मांसपेशी में खीचाव महसूस कर सकता है, मांसपेशियों में सिकुड़ने के शक्ती आ जाती है. पैरो में कड़ापन होने लगता है और ये सब हमारे शरीर के उन हिस्सों में दिखने को मिलता है  खास कर जो लकवा ग्रस्त हो गया है. और एसा इसलिए भी होता है।( Aquatic Therapy For Spinal Injury)

कि उसमे गतिशीलता का उपयोग के कम हो जाने के कारण होता है। और एसे में व्यक्ती हाइड्रो थेरपी के तहत (aquatic therapy for spinal stenosis)  उछाल के लाभ लेता है तो मांसपेशी को उलटने में मदद कर सकते हैं, साथ ही गतिशीलता को प्रोत्साहित भी कर सकते हैं।

उछाल एक ऐसा तरीका होता है जिससे कोई व्यक्ति पानी में डूबे रहने पर भी तैर सकता है या ऊपर उठ सकता है। इस तरह की शारीरिक परीक्षण में व्यक्ति पानी में हल्का महसूस करता है जिससे वह खुद को तैरते रहने में मदद भी करता है.और उछाल प्रकिया को यदि स्पाइनल इंजुरी वाले व्यक्ति रेगुलर करते हैं तो प्रभावी से उसके शरीर के  जोड़ों में होने वाली दबाव को राहत करता है। ( Aquatic Therapy For Spinal Injury)

स्पाइनल इंजुरी व्यक्ति की पैरो के मशल्ल में ताकत देती है और उसे मजबूती प्रदान करती है. साथ ही शरीर फ्री भी महसूस करता है और मन चंचल होता है हिम्मत भी मिलती है कि, रीढ़ की हड्डी की चोट के बावजूद हम गति, संतुलन जैसे गतिविधि को कर पा रहे हैं.और इस में चाल चलने की पैटर्न पर ध्यान केंद्रित करना आसान हो जाता है।साथ ही (Aquatic Therapy For Spinal Injury) हाइड्रो थेरपी के दौरान गिरने का डर बिलकुल भी नहीं होता है।

3. पैरो की मांसपेशियों को मजबूत करना ( Aquatic Therapy For Spinal Injury)

पानी ड्रैग फोर्स और चिपचिपाहट एक एसी ही माध्यम है, जिसके माध्यम से हमें अपने रीढ़ की हड्डी की चोट के बाद रिकवरी को बढ़ावा देने में काफी मदद कर सकता है. वहीं दुसरी तरफ, कर्षण बल किसी भी गतिमान वस्तु के ठीक उल्टा तरल पदार्थ का प्रतिरोध बन जाता है.

स्पाइनल इंजुरी में जभी कभी पूल जैसे पानी की बात आती है, तो उस स्थिती में चिपचिपाहट प्रतिरोध को एक दुसरे में जोड़ती है जिसे तेज गति से आगे की ओर बढ़ना एक चुनौतीपूर्ण कार्य बन जाती है, लेकिन इन तमाम अजीब सा कार्य को करने से हमारे रीढ़ की हड्डी की चोट को ठीक करने में काफी हेल्प मिलती है. और यह काफी फायदेमंद भी होता है जिससे एससीआई व्यक्तियो की मांसपेशियों मजबूत होती हैं.

इस चिपचिपाहट और पुल वाली प्रकिया से हाथ के जोड़ों  और घुटनों आदी के जोड़ो में लचीलेपन लाने का काम करती है और साथ ही जोड़ों में (aquatic therapy exercise) कठोरता को कम करती है.

आपने भी पढ़ा या सूना होगा या फिर महसूस किया होगा कि पानी का प्रतिरोध हवा से कही अधिक होता है, और यही कारण है कि जब समान मात्रा में पानी होती हैं तो ऊर्जा के साथ पानी में गति भी खुद ही धीमी हो जाती है। और तब व्यक्ति पानी के भीतर अपनी सामान्य गति को बनाए रखने और डूबने के डर से, पैर हाथ ज्यादा तेजी से चलाता है और तब उसकी मांसपेशियों को काफी  ज्यादा प्रयास करना पड़ता है, और इस से हमारी शरीर में ताकत विकसित होती है।

रीढ़ की हड्डी की चोट के बाद अकसर हमारी मांसपेशी कमज़ोर हो जाते है, खासकर वैसे लोग जो रेगुलर अपने जीवन के लिए व्हीलचेयर का उपयोग करते हैं और उन लोगों के लिए, ड्रैग फोर्स और चिपचिपाहट आवश्यक हैं।( Aquatic Therapy For Spinal Injury)

4. बॉडी में होने वाला दर्द और सूजन से राहत

हाइड्रोस्टैटिक दबाव यह एक ऐसा हाइड्रो थेरपी होता है जिसमें स्पाइनल इंजुरी व्यक्ति के शरीर पर हर दिशा से पानी के द्वारा बल लगाया जाता है जिसका मतलब हैं कि व्यक्ति को अंदर की ओर डुबाया जाता है फिर उन्हे एक बार बाहर निकाला जाता है और इस प्रकिया के तहत व्यक्ती पानी के अंदर जीतना अधिक देर तक रहता है वह उतना ही अच्छा है.

और इस प्राकार का (aquatic therapy Spinal Cord Injury) हाइड्रो थेरपी खास कर उन लोगों को दिया जाता हैं जिनकी मांसपेशी काफी कमज़ोर होती है और प्रभावित अंग में सूजन आ गया है तो उस सूजन को कम करने के लिए ,पैरों में अत्यधिक तरल पदार्थ हटाने के लिए और शरीर में रिकवरी करने के लिए स्पाइनल इंजुरी व्यक्ति के ऊपर हाइड्रोस्टैटिक दबाव पानी का एक अच्छा उपचार है.

हाइड्रोस्टैटिक दबाव को व्यक्ती के बॉडी के जोड़ों में गति लाने के लिए, ऐंठन को कम करने के लिए, तंत्रिका अंत में उत्तेजना लाने के लिए,पूरे शरीर में रक्त परिसंचरण को बढ़ावा देने के लिए, मांसपेशियों को आराम देने के लिए और ऑक्सीजन जैसे पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए यह ज़रूरी है.(Aquatic Therapy For Spinal Injury)

5. खुद का आत्मविश्वास बढ़ाएं ( Aquatic Therapy For Spinal Injury )

रीढ़ की हड्डी की चोट के बाद व्यक्ती कैसे टूट जाता हैं हिम्मत हार जाता हैं जब उन्हे ये पता चलता है कि अब वे नही चल सकते है और नही खुद के पैरो पर खड़ा हो सकते हैं यह एक शारीरिक और मानसिक से चुनौतीपूर्ण हो जाता है इस चीज़ को हम बखूबी जानते है क्यों की मेरा दोस्त खुद एक स्पाइनल कॉर्ड इंजुरी हैं। और उसी की बात को कहना चाहता हूं. जो आपको हेल्प करेगा।( Aquatic Therapy For Spinal Injury)

सबसे पहले तो आप केंद्रीय तंत्रिका तंत्र की खुद को फिर से संगठित करने की लिए ,क्षमता बढ़ाने के लिए, अपने न्यूरोप्लास्टी को पुनः उत्तेजित करने के लिए और हमेशा व्यायामों करने के लिए, अभ्यास करने के लिए हमेशा खुद को प्रेरित करते रहना सबसे महत्वपूर्ण होती है और इसके लिए जलीय चिकित्सा सबसे उत्तम है।

न्यूरोप्लास्टीसिटी हमारे तंत्रिका तंत्र कनेक्शन को मजबूत करती है साथ ही नए कनेक्शन भी बनाती है, इस चीज के अलावा रीढ़ की हड्डी की चोट के बाद पुनः कार्य को  करने के लिए हाइड्रो थेरपी आवश्यक हैं. हाइड्रो थेरपी के माध्यम से आप अपने आत्मविश्वास को बढ़ा सकते है। जो आपको ध्यान केंद्रित कर, न्यूरोप्लास्टी को उत्तेजित करने साथ ही रिकवरी को बढ़ावा देने में भी मदद कर सकती है।( Aquatic Therapy For Spinal Injury)

क्या वॉटर थेरेपी सभी स्पाइनल इंजुरी वालों के लिए सुरक्षित है?

क्या वॉटर थेरेपी सभी स्पाइनल इंजुरी वालों के लिए सुरक्षित है?
Aquatic Therapy For Spinal Injury

यह एक बहुत बड़ी सवाल है कि क्या रीढ़ की हड्डी की चोट के बाद रिकवर होने में जलीय चिकित्सा फायदेमंद हो सकती है, तो मेरा जवाब है वाकई हो सकता है ये मैं अपने दोस्त रिकवर करते हुए, उसके अनुभव से कह सकता हूं. जिसे दुनियां के कई बड़े वैज्ञानिक ने भी माना हैं.और बहुत लोग इस चीज से रिकवर भी हुए हैं हालाकि रिकवर हुए व्यक्ती की रिकवरी की क्षमता अलग अलग है

लेकिन हाइड्रो थेरपी करने से पहले कुछ आवश्यक बातों पर ध्यान देना जरूरी है जो निम्नलिखित हैं:-

जिन व्यक्ती को घाव आदी हैं उन्हे ( Aquatic Therapy For Spinal Injury) हाइड्रो थेरपी करने से बचना चाहिए ।

C 1 से लेकर T 6 वाले व्यक्ति को हाइड्रो थेरपी के लिए अकेला अच्छा नहीं है क्यों इस से आपकों ऑटोनोमिक डिसरिफ़्लेक्सिया जैसी खतरा हो सकता है. इसके लिए एक हेल्पर जरुर रखें।

पानी में डूबने वाला थेरपी आवश्यक अनुसार ही करे या ज्यादा गर्म पूल में व्यायाम करने से बचना चाहिए। इससे आपकों उच्च रक्तचाप या बुखार भी हो सकता है।

रीढ़ की हड्डी की चोट के बाद हाइड्रो थेरपी करने से पहले आपकों एक प्रशिक्षित भौतिक चिकित्सक के साथ काम करना चाहिए । ताकी कोइ प्रोब्लम न हो।

आप जभी पूल में प्रवेश कर रहे हैं तो उससे पहले यह तय कर लें कि आप जीवन रक्षक जैकेट पहनना हुआ है।

रीढ़ की हड्डी की चोट से रिकवरी के लिए वॉटर थेरेपी तकनीक

जलीय थेरेपी करने के लिए सबसे बड़ा तकनीक हैं कि आप कभी भी सिंगल ये थेरेपी न करें। बल्की आप को हमेशा एक प्रशिक्षित भौतिक चिकित्सक के साथ ही काम करना चाहिए।( Aquatic Therapy For Spinal Injury )

दूसरा सबसे बड़ा तकनिक है कि आप अपने शारिरिक क्षमता के अनुसार ही हाइड्रो थेरपी का अभ्यास करें। नही तो इसका नुकसान उठाना पड़ सकता हैं।

जभी आप जलीय थेरेपी का अभ्यास करने के लिए पुल में जाए तो आप अपने सूजन या अन्य जटिलताओं को रोकने के लिए, पूरे शरीर को हिलाते रहना है।

जलीय थेरेपी का अभ्यास करने के समय आप अपने उन पैरो और हाथो को चलाने का प्रयास करते रहना है, चाहें वह न भी चले। उसके बावजूद भी।

1.ख़राब रागाज़ रिंग विधि (Aquatic Therapy For Spinal Injury)

बैड रागाज़ रिंग विधि एक एसी Hydrotherapy in Paraplegia तकनीक है जिसमें स्पाइनल इंजुरी व्यक्ति के गर्दन, बाहों, धड़ और टखनों आदी में फ्लोटिंग रिंग पहनकर उन्हें पीठ के बल तैराया जाता है. हालाकी इसके लिए एक व्यक्ती की जरुरत होती हैं जो उन्हे तैरने में हेल्प कर सकें।( Aquatic Therapy For Spinal Injury)

2. वात्सु तकनीक (Aquatic Therapy For Spinal Injury)

वात्सु तकनीक हाइड्रो थेरपी का एक ऐसा निष्क्रिय रूप है, जिसमे व्यक्ती को ज्यादा ऊर्जा या बल नहीं लगाना होता है. बल्कि, इस भौतिक चिकित्सक के माध्यम से व्यक्ती के प्रभावित अंगों को गर्म पानी में हिलाने में, बॉडी या पैरों के मांसपेशियों की जकड़न दूर करने में, पालने में बैठना और शरीर मालिश करना आदि जैसी गतिविधियाँ शामिल होती हैं।

3.हॉलिविक विधि ( Aquatic Therapy For Spinal Injury)

हॉलिविक विधि स्पाइनल इंजुरी व्यक्ति के लिए एक समग्र विधि है जिसमे व्यक्ती संतुलन, मुद्रा और अपनी मोटर नियंत्रण को और बेहतर बनाने के लिए करते हैं. इसमें स्पाइनल इंजुरी व्यक्तियों को जलीय व्यायाम से पहले मानसिक और शारीरिक रुप से मजबूत होना पड़ता हैं।उसके बाद शरीर का घूमना, संतुलन और नियंत्रित गति पर ध्यान केंद्रित करना होता हैं।(Aquatic Therapy For Spinal Injury)

4.एक्वा जॉगिंग (सक्रिय)

अगर आपको स्पाइनल इंजुरी के बाद बॉडी में अलग अलग हिस्से के जोड़ो पर बल देते वक्त घबरा जाते है तो उसके लिए आपको एक्वा जॉगिंग करने चाहिए। जो जोड़ पर प्रभाव कम करता है, आकार में सुधार करता है इन अभ्यासों को करते समय, व्यक्ती सीधे खड़े होने के लिए प्रयास करता है।( Aquatic Therapy For Spinal Injury)

5.बर्डेन्को विधि (Aquatic Therapy For Spinal Injury)

बर्डेन्को एक विधि हैं जो स्पाइनल कॉर्ड इंजुरी व्यक्ति के  प्रभावित मांसपेशियों में ताकत बनाने और लचीलेपन में सुधार करने में हेल्प करती है.इसके अलावा बर्डेन्को की  लगातर अभ्यास संतुलन बनाने और सहनशक्ति प्रदान करने के लिए भी किया जाता हैं. और इन अभ्यास को करने के लिए प्रतिरोध बैंड, फ्लोटेशन वेस्ट, वॉटर बारबेल और बोर्ड आदी जैसे उपकरणों का इस्तेमाल किया जाता है।

बर्डेनको विधि के तहत स्पाइनल इंजुरी, व्यक्ति गहरे पानी से शुरू करते हुए, ऊपर की ओर चलने पर ध्यान केंद्रित करता हैं जिसे शरीर को एक सहारा मिले।( Aquatic Therapy For Spinal Injury)

6.ऐ ची (Aquatic Therapy For Spinal Injury)

ऐ ची जलीय चिकित्सा के दौरान स्पाइनल इंजुरी व्यक्ति को पानी के भीतर धीमी और नियंत्रित गतिविधियों के माध्यम से गहरी सांस लेने और संतुलन बनाएं रखने के लिए किया जाता है. इससे मांसपेशियों में कठोरताa कम करने में भी मदद मिलती हैं.( Aquatic Therapy For Spinal Injury)

इस प्रकार, हाइड्रो थेरपी भौतिक चिकित्सा का एक नई और आकर्षक रूप है जो आपको रीढ़ की हड्डी की चोट से उबरने के लिए कई प्राकार से लाभ प्रदान करती है।

रीढ़ की हड्डी की चोट के लिए उन्नत पूल व्यायाम

रीढ़ की हड्डी की चोट मे पुनः रिकवर करने के लिए पूल व्यायाम का आप बढ़िया लाभ ले सकते हैं और आपके पास यदि कोई स्विमिंग पूल है तो एक दिन में एक नहीं बल्कि कई सारे पुल व्यायाम का लाभ ले सकते हैं जिसे निचे दिया गया है:

1. व्यापक आधार वाले कदम ( Aquatic Therapy For Spinal Injury)

यह एक पुल में होने वाली कठोर पूल अभ्यास में शामिल हैं जिसे आपको पानी की स्थिती नॉर्मल होने पर करनी चाहिए। यह व्यायाम आपकों आपके स्थिती में पहुंचने में मदद करती हैं.

इस Spinal Cord Injury aquatic therapy पुल व्यायाम को करने के लिए, अपने दोनों पैरों को दूर फैलाए। और उसके बाद आपको एसे हि स्थिती में कुछ  कदम और कुछ कदम पीछे जाना है।

कदम बढ़ाते समय, यह बात जरुर ध्यान दे कि आपका एक पैर ऊपर हों तो दुसरा नीचा होना चाहिए। एक साथ नही कदम बढ़ाना है। साथ में खुद का संतुलन बनाए रखना होगा।( Aquatic Therapy For Spinal Injury)

2. हाई किक

इस पूल अभ्यास में स्पाइनल इंजुरी व्यक्ती को सपोर्ट से अपने पैरों को धीरे-धीरे आगे की ओर झुका दे और फिर अपने पैर को ऊपर की ओर उठाए और अपने घुटने को सीधा करें। इस अभ्यास को 15 से 20 बार रोज करें।यह एक पैर के लिए शानदार व्यायाम हैं जो आपके हैमस्ट्रिंग को फैलाने में मदद करेगा, साथ ही आपके निचले शरीर को भी मजबूत करेगा।

3. पार्श्व चरण

यह एक प्रकार का साइड स्टेप्स का अभ्यास है जिसे को करने के लिए, और संतुलन बनाए रखने के लिए आपकों एक सहायक या चिकित्सक का जरुरी पड़ेगा ताकी वो  पूल के किनारे पकड़ें रहें। फिर उसके बाद आप धीरे-धीरे 15 कदम दाईं ओर और 15 कदम बाईं ओर चलने का अभ्यास जरुर करें।

अगर आप रेगुलर इस अभ्यास को करते हैं तो इस अभ्यास से कूल्हे के जोड़ में अधिक गति और मजबूती मिलती है. कूल्हे की मांसपेशियां भी मजबूत हो होती हैं।

4. स्टेप-अप्स

स्पाइनल इंजुरी हो जानें के बाद रिकवरी के लिए यह उत्तम पुल व्यायाम हैं जिसका अभ्यास करने के लिए, पुल में अंतर्निहित सीढ़ियों और रेल का होना बहुत ही जरूरी है. इस अभ्यास को करने के लिए, दाहिने पैर को सीढ़ी पर रखें, उसके बाद में अपने दाहिने घुटने को सीधा करले फिर अपनी दाहिनी एड़ी पर दबाव डालें। उसके बाद में बाएं पैर को दाहिने पैर से मिलाएं। साथ ही आप का संतुलन बना रहें उसके लिए आपको रेल का उपयोग करना चाहिए।

ठीक ऐसा ही अपने बांए पैर के लिए भी करें। स्टेप-अप्स का अभ्यास करने से आपके क्वाड्स और ग्लूट्स को मजबूती मिलती है।

रीढ़ स्पाइनल कॉर्ड इंजुरी में होने वाली पूल व्यायाम में संशोधित करना

पुल व्यायाम की तीव्रता को कम करने के लिए, या फिर उसमे किसी भी प्रकार का संशोधित करना हों तो आप निचे दिए निम्न प्रयास को कर सकते हैं:

आपके द्वारा उठाए जाने वाले और चाल कदमों की संख्या को कम करें .

आप तैरते हुए व्यायाम के समय संतुलन और समर्थन के बनाएं रखने के लिए किसी एक को पकड़ सकते हैं।

अगर आपको दिक्कत हो तो अपनी गतिविधियों को धीमा कर दे या फिर बॉडी को थोड़ा आराम दें।

निष्कर्ष: –

आज हमने इस लेख में Aquatic Therapy For Spinal Injury, वॉटर थेरेपी से स्पाइनल इंजुरी में रिकवरी कैसे मिलती हैं हाइड्रो थेरपी रीढ़ की हड्डी की चोट मे किस प्रकार हेल्प करती हैं आदी के बारे में जाना है इसके अलावा हमने यह जाना है कि Topics in Spinal Cord Injury rehabilitation और बॉडी सक्रिय करने के लिए क्या कया वॉटर थेरेपी करना चाहिए, बॉडी को रिकवरी  के लिए कौन सा वॉटर थेरेपी सबसे जरुरी है।  

मुझे उम्मीद है कि अपने Man Ko Shant Kaise Rakhe, Spinal Cord Injury physical therapy exercises , aquatic physical therapy exercises for back pain, water therapy for Spinal Cord Injury की जानकारी आपको कैसी लगी। 

खास कर उनलोग के लिए Aquatic Therapy For Spinal Cord Injury लेख है जो दिक्कतों का सामना करते हुए लाइफ व्यतीत कर रहे हैं. अगर आप मे से कोई भी पुरूष या स्त्री यह लेख पढ़कर यह यह काम करते है और ठीक हो जाता हैं तो मैं समझूंगा कि मेरा यह लेख लिखना सफल हुआ।

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