Brain Fog Or Mind: हर 10 में से करीब दो लोग जल्द भूलने के समस्या से जूझ रहे हैं. वह किसी भी बात को याद रख पाने में आज कल असमर्थ है. ये ख़ासकर फोन का इस्तमाल और बदलती हुई लाइफ्स्टाईल के वजह से हो रहा है यहां तक कि कई लोगों ने भूलने को एक आदत मान बैठे हैं।
क्या आप और आपके बच्चे जल्दी कोई बात भूल जाते हैं. क्या कोइ भी बात ठीक से याद रख पाने में असमर्थ हैं. बात एसे भूल रहे हैं जैसे नेचर का स्वभाव बन गया हों. छोटी मोटी बाते भूल जाना आम है, परंतु हर बाते को ही भूल जाना यह कोइ आम बात नही है यह गंभीर बात है. इसका सीधा सा स्वास्थ्य में समस्या जिसे सख्त सुधार करने की आवश्यकता है. जरुरत से ज्यादा भूलना एक प्रकार का बीमारी है, जिसे हम ब्रेन फॉग के लक्षण कहते है. तो आइए, जानते है Brain Fog Or Mind क्या है ब्रेन फॉग और क्यों होता है!
क्या है ब्रेन फॉग: (Brain Fog Or Mind)
ब्रेन फॉग (Brain Fog Or Mind ) मुख्यरूप से एक भ्रम, भूलने की दिक्कत साथ ही मानसिक स्पष्टता में कमी है. ब्रेन फ्रॉग एक बीमारी से पहले संकेत देने वाला एक प्रकार का चेतवानी होता हैं. जो आपको यह सूचित करता है कि आगे से आप संभल जाए सावधान हो जाएं, अन्यथा इसका सीधा असर मन यानि दिमाग पर ही पड़ेगा। और आप धीरे धीरे सोचने- समझने की क्षमता को खोने लगते हैं. आप हर चीज़ को लेकर कन्फ्यूज और डिसऑर्ग्नाइज्ड फील करने लगेंगे। यहां तक कि आप जो सोचेंगे उन्हे बोलते वक्त भूल भी सकते हैं.
इस कंडीशन में भी आप ध्यान नहीं देते हैं तो सेंट्रल नर्वस सिस्टम को अफेक्ट होगा और फिर ब्रेन भी अफेक्ट हों सकता है. लम्बे समय तक एक स्थान पर रहने और घूम फिर न करने वाले व्यक्ति में, अकेला रहने वाले व्यक्ति में
ब्रेन फॉग का खतरा अधिक देखा गया है. ब्रेन फॉग की समस्या किसी भी उम्र के लोग या बच्चे को हों सकता हैं।
ब्रेन फॉग होने के कारण:
ब्रेन फॉग होने के लिए डॉक्टर ने कई सारी कारणों को जिम्मेदार बताया है उनमें से सबसे अधिक तनाव लेना, आपस मे झगड़ते रहना, पौष्टिक आहार और शुद्ध जल नही पीना, नींद की कमी, देर से जगना और लेट सोना और कुछ अलग अलग दवाओं का सेवन भी ब्रेन फॉग के कारण हों सकतें है.
ब्रेन फॉग के लक्षण: (Brain Fog Or Mind)
अलग अलग लोगों में ब्रेन फॉग की दिक्कत भी अलग अलग होती है और उसके भिन्न भिन्न लक्षण भी होते है जिनमें से कुछ बडी लक्षण दिए हैं ;
- शरीर में आयरन की कमी
- हीमोग्लोबिन कमी
- नींद न आना
- सिरदर्द होना
- ऊर्जा में कमी
- थकान महसूस करना
- ठीक तरीके से कोई बात याद रख पाने में मुश्किल
- किसी भी चीजों को तुरंत समझ पाने में कठिनाई होना
- एकाग्रता की कमी
- घबराना या चिंता
- याददाश्त कमजोर होना
- अवसाद और तनाव होना
Note: वैसे लोग जिन्हे अस्थमा या एलर्जी की समस्या है या मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं उन्हे भी ब्रेन फॉग हो सकता है।
ब्रेन फॉग से बचने के उपाय:(Brain Fog Or Mind)
ब्रेन फॉग का शिकार होने से बचने के लिए रोजाना कम से कम 8 घंटे की नींद लेनी चाहिए.
चाय और कॉफी का सेवन सीमित मात्रा करे ।
- शराब का सेवन न करें.
- रोजाना संतुलित आहार लें
- सुबह सुबह एक्सरसाइज जरूर करें.
- खुद को अकेले न छोड़ें
- दोस्तो से गपशप करते रहना चाहिए।
- चिंताजनक विचार को मन में बिलकुल न दबाएं।
- बार-बार सोचना बंद कर दे।
- मन की अपनो से शेयर करें।
- सुबह के वक़्त व्यायाम करें.
- सुबह या शाम के समय खुली हवा में सैर करें.
- थोड़ा समय ध्यान अवश्य लगाएं।
- हर दिन कुछ समय ख़ुद के लिए निकालें.
- संगीत सुनें
- किताबे पढ़े या लिखे।
- समय समय पर काम से ब्रेक लेते रहें।
- अपने शहर से दुर अन्य पर्यटन स्थल पर घूमने जाए।
Note: ब्रेन फॉग (Brain Fog Or Mind)
की समस्या किसी भी उम्र के लोगो या बच्चों को हो सकती है, अतः सभी लोगों को इससे बचाव के लिए ऊपर दिए तरीकों पर ध्यान देते रहना चाहिए.