कौन है Karishma Mehta, कभी PM मोदी तो कभी रतन टाटा के साथ आईं नजर, अब गूगल पर क्यों ढूढ़ रहे हैं लोग ?

Who is CEO Karishma Mehta: ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे की संस्थापक करिश्मा मेहता हाल ही में चर्चा में आ गईं जब उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने अंडाणु (Eggs) फ्रीज कराने की जानकारी साझा की। 32 वर्षीय करिश्मा ने इस साल जनवरी में यह कदम उठाया, जिस पर वह लंबे समय से विचार कर रही थीं।

कौन है Karishma Mehta, कभी PM मोदी तो कभी रतन टाटा के साथ आईं नजर, अब गूगल पर क्यों ढूढ़ रहे हैं लोग ?

Karishma Mehta अपनी पोस्ट में लिखा, “मैं इसे काफी समय से करना चाहती थी, और आखिरकार इस महीने की शुरुआत में मैंने अपने अंडाणु फ्रीज करवा लिए। यह मेरे लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।”

इस पोस्ट के साथ उन्होंने अपने निजी और प्रोफेशनल जीवन से जुड़ी झलकियां भी साझा कीं, जिसमें अभिनेता अभय देओल के साथ उनकी पहली विज्ञापन शूट की तस्वीर भी शामिल थी।

कौन हैं करिश्मा मेहता?

Karishma Mehta एक लेखिका, उद्यमी और सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर हैं। उन्होंने 2014 में 21 साल की उम्र में “Humans of Bombay” की शुरुआत की थी। यह प्लेटफॉर्म आम लोगों की कहानियां साझा करता है और उनके संघर्ष, सफलता और जीवन के अनसुने पहलुओं को उजागर करता है।

Karishma Mehta ने अपनी शुरुआती शिक्षा बॉम्बे स्कॉटिश स्कूल और बेंगलुरु के एक बोर्डिंग स्कूल से प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने ब्रिटेन से इकोनॉमिक्स और बिजनेस की पढ़ाई की। 2019 में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इंटरव्यू लिया, जिससे वह सोशल मीडिया पर और अधिक पॉपुलर हो गईं।

हाल ही में, उन्होंने एक और बड़ा फैसला लिया—वह लक्जरी लेदर प्रोडक्ट्स से खुद को अलग कर रही हैं। शाकाहारी होने के नाते, उन्होंने फैशन में क्रूएल्टी-फ्री रुख अपनाने का निर्णय लिया है।

क्या होती है एग फ्रीजिंग और क्यों कराई जाती है?

एग फ्रीजिंग, जिसे ओसाइट क्रायोप्रिजर्वेशन (Oocyte Cryopreservation) कहा जाता है, एक प्रक्रिया है जिसमें महिला के अंडों को निकाला, जमाया और भविष्य के लिए संरक्षित किया जाता है।

 

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किन महिलाओं के लिए फायदेमंद है एग फ्रीजिंग?

वे महिलाएं जो अपने करियर को प्राथमिकता देना चाहती हैं और बाद में मां बनने की योजना बना रही हैं।

वे महिलाएं जिन्हें कैंसर का इलाज करवाना है, जैसे कीमोथेरेपी या रेडिएशन थेरेपी।

वे महिलाएं जिनकी फैमिली हिस्ट्री में प्रीमैच्योर मेनोपॉज (जल्दी पीरियड्स बंद होने) का मामला रहा हो।

वे महिलाएं जो किसी सर्जरी से गुजर रही हैं जिससे उनकी प्रजनन क्षमता प्रभावित हो सकती है।

वे जो व्यक्तिगत या सामाजिक कारणों से मां बनने में देरी करना चाहती हैं।

कैसे की जाती है एग फ्रीजिंग?

इस प्रक्रिया से पहले, महिला के शरीर में अंडाणुओं की मात्रा का आकलन करने के लिए ब्लड टेस्ट और अल्ट्रासाउंड किया जाता है।

हार्मोनल स्टिमुलेशन: महिला को हार्मोनल दवाएं दी जाती हैं ताकि अंडाशय अधिक अंडाणु उत्पन्न कर सके।

अंडाणु संग्रहण: परिपक्व अंडाणुओं को शरीर से बाहर निकाला जाता है।

विट्रिफिकेशन तकनीक: इस आधुनिक तकनीक से अंडाणुओं को तेजी से फ्रीज किया जाता है ताकि वे लंबे समय तक सुरक्षित रहें।

क्या एग फ्रीजिंग पूरी तरह सुरक्षित है?

1986 में पहली बार फ्रीज किए गए अंडाणु से बच्चा जन्मा था आधुनिक तकनीकों से अब सफलता दर बढ़ गई है, लेकिन यह प्रक्रिया महंगी और कुछ मामलों में हार्मोनल साइड इफेक्ट्स वाली हो सकती है।

एग फ्रीजिंग से पहले खुद को कैसे तैयार करें?

मानसिक तैयारी: समाज के तानों और मानसिक तनाव से बचने के लिए स्ट्रेस मैनेजमेंट अपनाएं।

फर्टिलिटी डाइट: हेल्दी फैट, एंटीऑक्सिडेंट और पोषक तत्वों से भरपूर आहार लें।

सप्लीमेंट्स: इनोसिटोल, विटामिन और मिनरल युक्त सप्लीमेंट्स फर्टिलिटी बढ़ाने में मदद करते हैं।

विटामिन D: यह अंडाणु की गुणवत्ता को बढ़ाता है और बेहतर रिजल्ट्स देता है।

एक्सरसाइज में बदलाव: हार्मोन स्टिमुलेशन के दौरान जोरदार कसरत से बचें ताकि ओवरी पर दबाव न पड़े।

क्या अंडाणु लंबे समय तक सुरक्षित रहते हैं?

हां, फ्रीज किए गए अंडाणु कई वर्षों तक सुरक्षित रहते हैं। जब महिला गर्भधारण करना चाहती है, तो इन अंडों को डीफ्रीज कर आईवीएफ (IVF) प्रक्रिया के जरिए गर्भधारण कराया जा सकता है।

क्या Karishma Mehta का यह फैसला सही है?

आज की आधुनिक महिलाओं के लिए एग फ्रीजिंग एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है, खासकर तब जब वे अपने करियर और निजी जीवन में संतुलन बनाना चाहती हैं। Karishma Mehta जैसी कई महिलाएं अब इस प्रक्रिया को अपनाकर भविष्य में मातृत्व का विकल्प सुरक्षित कर रही हैं।

Ankit

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