Recovering from C5 and C6 SCI : C5 और C6 रीढ़ की हड्डी की चोट से रिकवर करना: उपचार और व्यायाम

C5 C6 Spinal Cord Injury Recovery:  रीढ़ की हड्डी में चोट लग (एससीआई) जानें के बाद किसी भी व्यक्ति के लिए रेगुलर व्यायाम करते रहना, अच्छे और हेल्दी भोजन करना, मानसिक रूप से खुद को स्ट्रॉन्ग बनाएं रखना, बुरे परिस्थिति में भी मोटिवेट करते रहना स्वस्थ और सक्रिय रहने के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है. ( Recovering from C5 and C6 SCI )

स्पाइनल इंजुरी के बाद, बचे हुए कई सारे लोग लम्बे समय तक यानि जब तक ठीक नहीं हो जाते तब तक खुद को एक गतिहीन जीवन शैली जी सकते हैं, और इस दौरान कई अतिरिक्त स्वास्थ्य समस्या जैसी स्थितियां पैदा हो सकती हैं। तो आइए जानते हैं कि कैसे हम Recovering from C5 and C6 SCI कर सकते हैं।

Recovering from C5 and C6 SCI : C5 और C6 रीढ़ की हड्डी की चोट से रिकवर करना: उपचार और व्यायाम
Recovering from C5 and C6 SCI

Important exercises for Recovering from C5 and C6 SCI

एससीआई के बाद स्वस्थ रहने के लिए व्यायाम करें

एससीआई के बाद स्वस्थ रहने के लिए व्यायाम करें
Recovering from C5 and C6 SCI

हालाँकि, कई सारी अध्ययनों और रिसर्च से पता चलता है कि अगर कोइ व्यक्ती ( anterior c5-c6 discectomy and fusion) रीढ़ की हड्डी की चोट के बाद से शारीरिक रूप से सक्रिय रहना चाहते हैं या पुनः रिकवर करने का प्रयास करते हैं तो उससे एससीआई रोगी के जीवन गुणवत्ता में सुधार हो सकता है जिसके लिए माइंड पावर की जरुरत होती हैं. इसके अलावा, निरंतर अभ्यास करते रहने से इनमें से कई माध्यमिक सामस्यो की घटना को भी कम किया जा सकता है, जिसे निचे दिया गया है 🙁 Recovering from C5 and C6 SCI )

हृदय रोग

पथरी

मधुमेह

कमज़ोर होना

मांसपेशियों में ऐंठन और जकड़न

भूख का कम लगना

परिसंचरण संबंधी समस्याएं

गति की सीमा का नुकसान

ठंडा गर्म महसूस न होना

ऑस्टियोपोरोसिस

अवसाद

कब्ज गैस होना

दबाव अल्सर

आंत्र अनियमितता

मूत्र मार्ग में संक्रमण (यूटीआई)

अन्य संबंधित जटिलताएँ।

लेकिन, अगर आपको ( recovery time for c5-c6 fusion) ग्रीवा की रीढ़ की हड्डी यानि गर्दन की हड्डी में चोट लगी है और वह भी गंभीर क्षति हुई है तो इसमें ज्यादा नुकसान उठाना पड़ सकता हैं. जैसे इस चोट के लेबल को सी6 रीढ़ की हड्डी की चोट कहा जाता हैं , जिसमे लोगो का सवाल होता हैं कि क्या सी6 लेबल में शारीरिक रूप से सक्रिय रहना संभव है? इसका सीधा सा उत्तर हैं नही।

हालाकी व्यक्ति को लगी चोट की गंभीरता और स्थान के ऊपर भी कई बार निर्भर करता है. लेकिन इस गंभीर चोट के बावजूद भी आप यदि व्यायाम और आहार का पालन करते हैं और साथ ही आप व्यक्तिगत रुप से दृढ़ संकल्प लेते है कि हमे पुनः रिकवर होना है चलना है दौड़ना है तो आप पुनः ठीक हो सकते हैं. रीढ़ की हड्डी की चोट से पीड़ित लोगों के लिए कई सारी कसरत योगा डिज़ाइन किए गए व्यायाम हैं जिन्हें आप निरंतर अभ्यास से करते हुए खुद को सुरक्षित रूप से (Recovering from C5 and C6 SCI )  सक्षम कर सकते हैं।

सी5, C6 लेबल वाले की रीढ़ की हड्डी की चोटें ( Recovering from C5 and C6 SCI )

ग्रीवा रीढ़ की हड्डी मानव शरीर में पाए जाने वाले रीढ़ की हड्डी के सबसे ऊपरी क्षेत्र में स्थित होती है .जिसे आप गर्दन वाली हिस्सा भी बोल सकते हैं. इस क्षेत्र के अंदर में कुल सात कशेरुकाओं को रीढ़ की हड्डी में पाए जाते हैं जो सी1-सी7 लेबल के रूप में हम सब जानते हैं. C1 लेबल कशेरुका ग्रीवा रीढ़ की हड्डी के स्तंभ का सबसे ऊपरी हिस्सा होता है, ( Recovering from C5 and C6 SCI )

जबकि C7 लेबल कशेरुका सबसे निचला हिस्सा होता है जिसे अकसर सर्वाइकल स्पाइन भी कहते हैं. इस भाग पर चोट जितनी अधिक गहरा होगी, क्षति उतनी ही ज्यादा अधिक होगी और स्पाइनल इंजुरी का ज्यादा घातक होने का मतलब है कि जोखिम उतना ही अधिक होगा।

C6 लेबल (c5 and c6 fusion surgery ) रीढ़ की वह हड्डी होती है वह चोट होता है जो गर्दन के निचले हिस्से में बॉडी और हमारे सिर को आपस मे कनेक्ट करती हैं और इस लेबल में किसी व्यक्ती को चोट अगर लग जाएं तो कंधा के निचे के सारे अंग थोड़ा बहुत प्रभावित होती है।

रीढ़ की हड्डी के इस क्षेत्र में चोट लग जाने से मानव शरीर के पसलियों के ऊपर से लेकर नीचे तक के अंग, और चारों छोरों सहित ज्यादा प्रभावित होती हैं जिसे क्वाड्रिप्लेजिया के नाम से भी जाना जाता है और इससे शरीर के करीब हर चीज की संवेदना और कार्यप्रणाली को नुकसान होता है।( Recovering from C5 and C6 SCI )

हालाँकि, अगर आपको या आपके किसी रिश्तेदार को यदि इस क्षेत्र में चोट लग जाती हैं. तो इसका मतलब यह बिलकुल भी नहीं है कि आप हिम्मत हार मान ले और वो सारी उम्मीदें सारी रास्ते खत्म हो गई हैं जिसके बदौलत आप पुनः ठीक हो सकते हैं.

कुछ क्वाड्रिप्लेजिक्स व्यक्ती अपनी चोटों के लेबल पर सूजन कम होने के बाद थोड़ा बहुत कार्य करने में सक्षम हो जाते हैं या फिर यदि उनकी रीढ़ की हड्डी दर्द को कम करने के लिए या अन्य समस्या को खत्म करने के लिए सर्जरी की जाती है।

और उसके बाद निरंतर अभ्यास और प्रयास तथा ऊपरी चमत्कार के बाद, वे पुनः शारीरिक गतिविधि में संलग्न  रखने में सक्षम हों जाते हैं। तो कुछ मरीज़ एसे भी होते हैं जिनको अपने हाथ पर नियंत्रण होता हैं और वैसे लोग बारीकी से अपने हाथ का इस्तेमाल करते हैं जो कर सकते हैं।( Recovering from C5 and C6 SCI )

मेरा दोस्त आशुतोष सिंह भी कुछ इसी तरह की स्थिति का एक बहुत बड़ा उदाहरण है जो पीछले 8 वर्षो से रीढ़ की हड्डी की चोट से ग्रसित था जिसका ( Recovering from C5 and C6 SCI) सी6 अपूर्ण चतुर्भुज हैं, उसने लगातर अलग अलग तरह के गतिविधि  पर आधारित थेरेपी (एबीटी) कसरत का इस्तेमाल करके पुनः रिकवर होने के लिए कठिन प्रयास किया। जो एक फील्ड में एक्सरसाइज़ करते वक्त गिर जानें से गंभीररूप से घायल हो गया था और उसके बाद में शारीरिक रूप से अक्षम हो गया।

लेकिन इसके बावजूद मेरा दोस्त आशुतोष हार मानने के बजाय कठिन प्रयास किया, मेहनत किया और प्रतिदिन एक्सरसाइज़ करता, समय पर भोजन लिया, और सुधार पाया। अब आशुतोष चल फिर कर सकते हैं कई सारी कार्य कर सकते हैं साथ ही अब वह ब्लॉगिंग भी करता है। और यहां तक आने में ABT थेरेपी काफी हेल्प किया था।

तो आइए निचे जानते हैं, ABT क्या है? और यह कैसे काम करता है?

गतिविधि-आधारित थेरेपी क्या है? ABT स्पाइनल इंजुरी में कैसे मदद करता है?

वह चिकित्सा प्रणाली जो पारंपरिक भौतिक चिकित्सा के विपरीत होती हैं गतिविधि-आधारित चिकित्सा कहलाती हैं जिसे हम ABT अर्थात गतिविधि-आधारित एससीआई पुनर्स्थापना चिकित्सा कहते हैं. यह एक आक्रामक योग व्यायाम-आधारित चिकित्सा है जिसका उद्देश्य स्पाइनल इंजुरी (Recovering from C5 and C6 SCI )  वाले व्यक्ति के चोट के स्तर से नीचे रोगी के शरीर में संवेदी धारणा करना और मांसपेशियों के कार्य में पुनः सुधार करना होता है।

जभी कोई (recovery time from c5 c6 surgery) स्पाइनल इंजुरी व्यक्ती इस प्रकार की इलाज लेता है तो उसे शारीरिक रूप से कई सारी रोजमर्रा की गतिविधियों की एक श्रृंखला से गुजरना होता है – और ये तब होता है जब स्पाइनल इंजुरी व्यक्ती का पूरा शरीर उसके व्हीलचेयर से बाहर होता है जिसमें आपकों शक्ति प्रशिक्षण और भार वहन जैसे व्यायाम करने होते हैं।

रीढ़ की हड्डी की चोट के बाद की जानें वाली इन प्रमुख अभ्यासों में बार-बार होने वालीकुछ हरकतें शामिल होती हैं, जिसका उद्देश्य केवल और केवल आपको कार्यात्मक गति पैटर्न स्थापित करने में मदद करना होता है जिसे निचे दिए गए हैं: Recovering from C5 and C6 SCI –

न्यूरोप्लास्टिकिटी को बढ़ावा देना चाहिए

गति की सीमा (ROM)

कोर और ट्रंक शक्ति का विकास करे

लचीलेपन में सुधार

भार वहन करने की क्षमता को बनाएँ

फिट रहना

आंत्र नियमितता में सुधार

खुद को संतुलित करना

हड्डी के स्वास्थ्य को बढ़ावा देना.

दुनियां भर के हजारे (treatment for c5 c6 nerve compression)स्पाइनल इंजुरी व्यक्ती के ऊपर किए गए अध्ययनों से यह पता चलता है कि गतिविधि पर आधारित एससीआई वजन उठाने वाली गतिविधियों के संलग्न होने से “न केवल स्पाइनल कॉर्ड इंजुरी व्यक्ती के तीव्र चरण के दौरान हड्डियों के नुकसान को धीमा करता है बल्कि एक्सटेंसर मांसपेशियों की ऐंठन और जकड़न को भी कम करता है, साथ ही पूरे बॉडी स्वास्थ्य के लिए भी आवश्यक लाभ मिलते हैं।”

इलेक्ट्रिक उत्तेजना प्रशिक्षण उपकरण और सी5 सी6 स्पाइनल इंजुरी

आधुनिक उपकरण और मशीन के माध्यम से लकवाग्रस्त या स्पाइनल इंजुरी व्यक्ती के (  Recovering from C5 and C6 SCI )  मांसपेशियों को उत्तेजित की जा सकती हैं जो कि एक थेरपी होती हैं इसे करने के लिए सबसे पहले एक कंप्यूटर और इलेक्ट्रोड का उपयोग करना होगा. इस तरह की उत्तेजना के माध्यम से, रोगियों ने अपनी श्वसन, मूत्राशय और आंत्र नियंत्रण और हाथ पैर की गतिविधियों में काफी सुधार दिखाया है और कुछ मरीज़ तो अपनी चोट लगने के चंद वर्षों में पहली बार अपने पैर को हिलाने में सक्षम हों गए।

इसके अलावा एफईएस लेग साइक्लिंग व्यायाम भी रोगी को अपने आप में एरोबिक फिटनेस को बढ़ावा देने के लिए खास बेहतरीन तो नहीं होता है. लेकिन कई सारी अध्ययनों से यह पता चला है कि “सबमैक्सिमल व्यायाम तीव्रता पर संयुक्त हाथ और पैर एफईएस प्रशिक्षण से एरोबिक फिटनेस के तुलना में अधिक लाभ दे सकता है।( Recovering from C5 and C6 SCI )

यदि आपकी या फिर आपके किसी अन्य को C6 ग्रीवा रीढ़ की हड्डी में चोट लगी है, तो उसके लिए आपको ज्यादा चिंतित करने की जरुरत नहीं है. और यह अच्छी बात भी है क्यों कि इस तरह की मरीज बोल सकते है सोच सकते हैं, दिमाग चला सकते हैं या आगे थोड़ा बहुत कुछ कुछ करते करते आप ठीक भी हो सकती हैं। साथ ही आप तुरंत उपचार ले सकते हैं। हालाँकि यह सब करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य होगा, लेकिन पुनः रिकवर ( Recovering from C5 and C6 SCI ) होने के लिए करना भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।

निष्कर्ष: –

आज हमने इस लेख में Recovering from C5 and C6 spinal cord injury,c5-c6 recovery time,recovery from c5 c6 disc replacement के बारे में विस्तार से जाना है इसके अलावा हमने यह जाना है कि क्या सी5 और सी6 स्पाइनल इंजुरी व्यक्ती पुनः ठीक हो सकता है।सी5 और सी6 स्पाइनल इंजुरी का उपचार क्या है कौन सा एक्सरसाइज़ करना होता है सी5 और सी6 रीढ़ की हड्डी की चोटिल व्यक्ती को।

मुझे उम्मीद है कि Recovering from C5 and C6 SCI,recovery from c5 c6 fusion,c5-c6 fusion recovery time,c5 c6 injury recovery दिव्यांग लोगो की जीने की राह में एक अहम रोल अदा कर सकता है खास कर उनलोग के लिए जो स्पाइनल इंजुरी है और व्हील चेयर पर अपना लाइफ व्यतीत कर रहे हैं. अगर आप मे से कोई भी पुरूष या स्त्री यह लेख पढ़कर यह कसरत करते है और ठीक हो जाता हैं तो मैं समझूंगा कि मेरा यह लेख लिखना सफल हुआ।

इस तरह की ( Recovering from C5 and C6 SCI )  लेख पढ़ने और दिव्यांगता स्वास्थ्य संबंधित कोइ भी जानकारी का अपडेट पाने के लिए हमारे ब्लॉग मन की शक्ति ” PowersMIND” से जुडे़। और साथ में शेर कॉमेंट करें।

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