Health Tips: ताकत और तन मन को शांत करने के लिए इस औषधि का सेवन करते थे, राजा-महाराजा, नोट करें नाम

Health Tips: औषधीय पौधों के विशेषज्ञ रविकांत पांडे के अनुसार, शतावरी न केवल शरीर को मजबूती प्रदान करती है बल्कि मानसिक शांति भी देती है। वर्तमान में कई न्यूट्रीशनल सप्लीमेंट्स में इसका व्यापक रूप से उपयोग हो रहा है,

Health Tips: ताकत और तन मन को शांत करने के लिए इस औषधि का सेवन करते थे, राजा-महाराजा, नोट करें नाम
Image Credit by Istock,Health Tips :शतावरी औषधीय पौधों की रानी, तन-मन के लिए फायदेमंद

जिससे दुनियाभर में इसकी मांग लगातार बढ़ रही है। इस वजह से शतावरी आधारित उत्पादों की कीमत भी अधिक होती है।

राजा-महाराजाओं का पसंदीदा पौधा

शतावरी को “औषधीय पौधों की रानी” कहा जाता है, क्योंकि यह कमजोर शरीर को भी स्वस्थ बना सकती है। प्राचीन काल में राजा-महाराजा इसे अपने पुरुषार्थ और शारीरिक बल को बनाए रखने के लिए नियमित रूप से सेवन करते थे।

पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए लाभकारी

विशेषज्ञ बताते हैं कि शतावरी मुख्य रूप से भारत, नेपाल, श्रीलंका और हिमालयी क्षेत्रों में पाई जाती है। यह प्राकृतिक रूप से जंगलों और पहाड़ी इलाकों में उगती है। इसकी मांग ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से लेकर स्थानीय बाजारों तक बनी हुई है।

पुरुषों के लिए: यौन स्वास्थ्य को बेहतर बनाती है।

महिलाओं के लिए: हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में मदद करती है।

आयुष मंत्रालय का शतावरी जागरूकता अभियान

आयुष मंत्रालय ने हाल ही में आंवला, मोरिंगा, गिलोय और अश्वगंधा के बाद शतावरी के स्वास्थ्य लाभों को प्रचारित करने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया है। केंद्रीय आयुष राज्यमंत्री प्रतापराव जाधव ने “शतावरी – बेहतर स्वास्थ्य के लिए” अभियान का शुभारंभ किया, ताकि लोग इसके फायदों से परिचित हो सकें।

पौष्टिक तत्वों से भरपूर

शतावरी में विटामिन ए, सी, ई और बी-कॉम्प्लेक्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। यह फाइटोन्यूट्रिएंट्स और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है, जो हृदय रोग, कैंसर और प्रदूषण से होने वाले नुकसान से शरीर की रक्षा करती है।

Health Tips; तनाव दूर कर मन को शांत करती है

Health Tips; तनाव दूर कर मन को शांत करती है
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शतावरी को प्राचीन काल से ही शारीरिक और मानसिक तनाव को कम करने के लिए उपयोग किया जाता रहा है। इसमें मौजूद फोलेट मूड को बेहतर बनाता है और तनाव से निपटने की क्षमता को बढ़ाता है।

बिहार में शतावरी की खेती

बिहार के पश्चिम चंपारण सहित कई जिलों में शतावरी की खेती बड़े पैमाने पर की जा रही है। मझौलिया, बगहा, रामनगर और नरकटियागंज के किसान इससे अच्छी कमाई कर रहे हैं। मझौलिया प्रखंड के रुलहीं गांव के रामाशंकर शर्मा भी उन किसानों में शामिल हैं, जो शतावरी की खेती से आर्थिक रूप से सशक्त हो रहे हैं।

निष्कर्ष,Health Tips

शतावरी एक अत्यंत गुणकारी औषधीय पौधा है, जिसका उपयोग शारीरिक बल, मानसिक शांति और संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए किया जाता है। इसकी बढ़ती मांग इसे न केवल स्वास्थ्य के लिए बल्कि किसानों के लिए भी एक लाभदायक फसल बना रही है।

Katyani Thakur

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