Maha kumbh Mela 2025 | : प्रयागराज में आयोजित होने वाला महाकुंभ मेला दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित और बड़े आध्यात्मिक आयोजनों में से एक है। 2025 में यह पवित्र मेला 13 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी को समाप्त होगा। 12 वर्षों में एक बार आयोजित होने वाला यह मेला त्रिवेणी संगम पर होता है, जहां लाखों श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में स्नान कर पुण्य प्राप्त करते हैं।
चाहे भारत से हों या विदेश से, हर श्रद्धालु के लिए प्रयागराज संगम तक पहुंचने के अलग-अलग विकल्प उपलब्ध हैं। यहां हम महाकुंभ मेला 2025 तक पहुंचने के लिए ट्रेन, सड़क और हवाई यात्रा के सरल विकल्पों के बारे में जानकारी देंगे।
प्रयागराज संगम तक ट्रेन यात्रा कैसे करें
ट्रेन से यात्रा महाकुंभ मेले तक पहुंचने का सबसे लोकप्रिय और किफायती साधन है। प्रयागराज जंक्शन, जिसे पहले इलाहाबाद जंक्शन के नाम से जाना जाता था, भारत के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।
प्रयागराज के प्रमुख रेलवे स्टेशन
प्रयागराज में 8 रेलवे स्टेशन हैं:
प्रयागराज जंक्शन
प्रयागराज रामबाग
प्रयाग घाट
नैनी जंक्शन
प्रयागराज छिवकी जंक्शन
दारागंज
सूबेदारगंज
बमरौली रेलवे स्टेशन
इन स्टेशनों पर पहुंचकर श्रद्धालु ऑटो-रिक्शा, ई-रिक्शा, टैक्सी या बस के माध्यम से मेला क्षेत्र तक आसानी से पहुंच सकते हैं।
प्रयागराज संगम के लिए महत्वपूर्ण ट्रेनें
दिल्ली से: प्रयागराज एक्सप्रेस, दुरंतो एक्सप्रेस, हमसफर एक्सप्रेस
मुंबई से: महानगरी एक्सप्रेस, कामायनी एक्सप्रेस
कोलकाता से: हावड़ा एक्सप्रेस, दुरंतो एक्सप्रेस
चेन्नई से: गंगा-कावेरी एक्सप्रेस
इसके अलावा, पश्चिम रेलवे द्वारा मेले के दौरान विशेष ट्रेनें भी चलाई जाएंगी।
सड़क मार्ग से प्रयागराज संगम तक यात्रा कैसे करें।
सड़क मार्ग से प्रयागराज पहुंचना एक और सरल विकल्प है। शहर राष्ट्रीय राजमार्गों से जुड़ा हुआ है, जो इसे आसपास के प्रमुख शहरों से जोड़ता है।
मुख्य मार्ग और दूरी
दिल्ली से: एनएच-19 के जरिए लगभग 700 किमी (11 घंटे)
लखनऊ से: एनएच-30 के जरिए लगभग 200 किमी (4-5 घंटे)
वाराणसी से: एनएच-19 के जरिए लगभग 120 किमी (3 घंटे)
पटना से: लगभग 370 किमी (7-8 घंटे)
बस सेवाएं
सरकारी और निजी एसी/नॉन-एसी बसें दिल्ली, लखनऊ, पटना, वाराणसी जैसे शहरों से नियमित रूप से चलती हैं।
हवाई मार्ग से यात्रा: Maha kumbh Mela 2025
प्रयागराज देश के बड़े शहरों से हवाई मार्ग के जरिए जुड़ा हुआ है।
निकटतम हवाई अड्डा: बमरौली एयरपोर्ट (22 किमी दूर)
अन्य विकल्प: वाराणसी, अयोध्या और लखनऊ एयरपोर्ट
Maha kumbh Mela 2025 के लिए मुख्य उड़ानें
घरेलू: दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, कोलकाता से इंडिगो, स्पाइसजेट और एयर इंडिया की नियमित उड़ानें।
अंतरराष्ट्रीय: वाराणसी और लखनऊ के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे प्रमुख विकल्प हैं।
हवाई अड्डे से कुंभ मेला स्थल तक पहुंचने के लिए प्रीपेड टैक्सी, कैब या बस सेवाएं उपलब्ध हैं।
स्थानीय परिवहन विकल्प
प्रयागराज पहुंचने के बाद श्रद्धालुओं के लिए स्थानीय परिवहन के कई विकल्प मौजूद हैं:
ऑटो-रिक्शा और साइकिल रिक्शा: कुंभ मेला क्षेत्र तक पहुंचने के लिए सुविधाजनक और सस्ता विकल्प।
बसें: सरकारी बसें प्रमुख स्थानों से मेले तक नियमित रूप से चलती हैं।
पैदल भ्रमण: मेला क्षेत्र का अनुभव करने के लिए सबसे आध्यात्मिक और सुखद तरीका।
अपडेट्स के लिए सतर्क रहें
यात्रा के दौरान यातायात की स्थिति और परिवहन सेवाओं में बदलाव के लिए सरकारी वेबसाइट या ऐप से अपडेट लेते रहें। महाकुंभ मेला का यह आयोजन न केवल आध्यात्मिक बल्कि अनुभव से भरपूर यात्रा साबित होगा।
आपकी यात्रा मंगलमय हो!
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