9K vs 18K Gold: सोने के गहने खरीदना कोई मामूली फैसला नहीं होता। खासकर जब बात शादी की अंगूठी, मंगनी रिंग या खास तोहफे की हो, तो हम चाहते हैं कि वह न सिर्फ सुंदर दिखे, बल्कि टिकाऊ भी हो। लेकिन जैसे ही ज्वेलरी शॉप में कदम रखते हैं, सबसे पहले जो सवाल सामने आता है वो है – “9 कैरेट सोना लें या 18 कैरेट?”
इस सवाल का जवाब समझने के लिए पहले जानना ज़रूरी है कि कैरेट का मतलब क्या होता है और इसका आपकी खरीदारी पर क्या असर पड़ता है।
कैरेट क्या होता है और इससे फर्क क्यों पड़ता है?
जब आप “कैरेट” शब्द सुनते हैं, तो यह दो चीज़ों को दर्शा सकता है – एक हीरों का वज़न (Carat – C से) और दूसरा सोने की शुद्धता (Karat – K से)। इस लेख में हम K वाले कैरेट की बात कर रहे हैं, यानी सोने की शुद्धता।
सोने को 24 भागों में बाँटा गया है। अगर कोई कहे कि सोना 24 कैरेट का है, तो इसका मतलब है कि वह 100% शुद्ध सोना है। अब जैसे ही कैरेट की संख्या कम होती जाती है, उसमें अन्य धातुएँ जैसे चांदी, तांबा, जिंक या निकल मिलाई जाती हैं। ये धातुएं सोने को मजबूत बनाती हैं लेकिन उसकी शुद्धता घट जाती है।
18 कैरेट Gold में 75% शुद्ध सोना होता है, जबकि 9 कैरेट में सिर्फ 37.5% सोना होता है। बाकी हिस्सा अन्य धातुओं का होता है।
24 कैरेट सोना सबसे अच्छा क्यों नहीं माना जाता?
जब आप सुनते हैं कि 24K Gold सबसे शुद्ध है, तो यह बात बिलकुल सही है। लेकिन क्या यह पहनने लायक भी है? शायद नहीं।
शुद्ध सोना यानी 24 कैरेट बहुत नरम और लचीला होता है। यह जल्दी घिस सकता है, मुड़ सकता है या टूट भी सकता है। इसी वजह से ज्वेलर्स आमतौर पर इसे गहनों में इस्तेमाल नहीं करते। अगर करते भी हैं तो वो जटिल डिज़ाइन वाले, कम पहनने वाले गहनों में होता है।
दूसरी ओर, 18K या 9K सोना मजबूत, टिकाऊ और रोज़मर्रा में इस्तेमाल के लिए ज़्यादा उपयुक्त होता है।
18 कैरेट सोना क्यों होता है सबसे संतुलित विकल्प?
जब हम 18 कैरेट Gold की बात करते हैं, तो ये सोने और मजबूती के बीच एक बेहतरीन संतुलन है।
इसमें ना सिर्फ शुद्धता अच्छी होती है (75%), बल्कि यह अन्य धातुओं की मदद से इतना मजबूत भी होता है कि रोज़ पहनने पर भी जल्दी खराब नहीं होता। इसकी चमक लंबे समय तक बरकरार रहती है और एलर्जी की संभावना भी बहुत कम होती है।
18K सोना खासतौर पर शादी की अंगूठियों, ब्रेसलेट्स और नेकलेस के लिए आदर्श माना जाता है, क्योंकि इसमें एक अलग ही रॉयल फील होता है। यह दिखने में भी आकर्षक होता है और पहनने वाले की शख्सियत को निखारता है।
9 कैरेट सोना – बजट में चमक, लेकिन कुछ सीमाएं भी
अब बात करते हैं 9 कैरेट सोने की, जो कई लोगों के लिए पहली पसंद बनता है – खासकर जब बजट थोड़ा सीमित हो।
इसमें केवल 37.5% शुद्ध सोना होता है और बाकी हिस्सा अन्य धातुओं का होता है। इसी कारण ये थोड़ा सस्ता होता है। इसका फायदा यह है कि यह बेहद टिकाऊ होता है और किफायती होने की वजह से कई लोगों के लिए सुलभ होता है।
मगर इसके कुछ नुकसान भी हैं। समय के साथ इसकी चमक थोड़ी धूमिल हो सकती है, और जिनकी त्वचा संवेदनशील है, उन्हें इसमें एलर्जी की संभावना ज़्यादा हो सकती है, खासकर अगर उसमें निकल जैसी धातुएं शामिल हों।
- ये भी पढ़ें Gold Investment: डिजिटल vs फिजिकल – कौन-सा गोल्ड निवेश ऑप्शन 2025 में रहेगा फायदेमंद? ( संपूर्ण गाइड)
18K सफेद और गुलाबी सोना: शुद्धता वही, रंग नया
जब लोग 18 कैरेट की बात करते हैं, तो ज़रूरी नहीं कि वो सिर्फ पीले रंग का सोना हो। आजकल White Gold (सफेद सोना) और Rose Gold (गुलाबी सोना) भी काफी लोकप्रिय हैं – खासकर मॉडर्न डिज़ाइनों में।
सफेद सोना – इसमें निकल या पैलेडियम जैसी धातुएं मिलाई जाती हैं, जिससे इसका रंग हल्का सफेद या सिल्वर जैसा होता है।
गुलाबी सोना (Rose Gold) – इसमें तांबे की मात्रा ज्यादा होती है, जिससे इसका रंग हल्का गुलाबी हो जाता है।
गौर करने वाली बात यह है कि इन दोनों में भी शुद्धता 18 कैरेट ही होती है। अंतर सिर्फ मिलाई गई धातुओं का होता है, जो रंग और बनावट को प्रभावित करता है।
तो आख़िर कौन सा सोना खरीदें – 9K या 18K Gold ?
इस सवाल का जवाब आपके बजट, उपयोग और प्राथमिकता पर निर्भर करता है।
अगर आप ऐसा गहना चाहते हैं जो रोज़ाना पहन सकें, शानदार दिखे और लंबे समय तक टिके – और बजट थोड़ा लचीला हो – तो 18 कैरेट सोना सबसे समझदारी भरा विकल्प है।
लेकिन अगर आप एक सीमित बजट में टिकाऊ और ठीक-ठाक दिखने वाला गहना चाहते हैं, तो 9 कैरेट सोना भी एक स्मार्ट चॉइस हो सकता है – बस ध्यान रहे कि इसकी देखभाल ठीक से करनी होगी।
सुनहरा फैसला, आपकी समझदारी से
सोना केवल एक धातु नहीं, बल्कि एक भावना, एक निवेश और एक परंपरा है। इसलिए जब भी आप 9 कैरेट और 18 कैरेट के बीच चुनाव करें, तो अपने उपयोग, बजट और पसंद के हिसाब से सोचें।
18 कैरेट सोना ज़्यादा शुद्ध, टिकाऊ और प्रतिष्ठित होता है, जबकि 9 कैरेट सोना किफायती और मजबूत, लेकिन थोड़ी सीमाओं के साथ आता है।
आपका फैसला जो भी हो – गहना वही अच्छा जो आपको सूट करे और जिसे आप गर्व से पहन सकें।
Disclaimer:
यह जानकारी सामान्य गाइड के लिए है। किसी भी गहने की खरीद से पहले स्थानीय ज्वेलर या एक्सपर्ट से सलाह ज़रूर लें।
- और पढ़ें World’s Richest Actress: 66 हजार करोड़ की मलिका: एक भी हिट फिल्म नहीं, फिर भी बनीं दुनिया की सबसे अमीर एक्ट्रेस!
- गरीबों के बजट में Daikin का नया Portable AC: 180 Sq Ft तक देगा जबरदस्त कूलिंग – जानें फीचर्स, कीमत और फायदे
- Fixed Deposits vs Mutual Funds: 2025 में फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) vs म्यूचुअल फंड्स: कौन सा निवेश सही है?
- Okaya Freedum इलेक्ट्रिक स्कूटर: बिना लाइसेंस वाला सबसे सस्ता गरीबों के बजट में , ola के बाप दमदार स्कूटर, सिर्फ ₹1551 EMI में
- 9K vs 18K Gold: कौन सा सोना खरीदें? जानिए फर्क, फायदे और सही चुनाव की पूरी गाइड! - July 25, 2025
- कम दाम में Hallmark Gold! 9 कैरेट ज्वेलरी बनी गरीब और मिडिल क्लास की नई उम्मीद,1 लाख नहीं, अब सिर्फ 40 हजार में 10 ग्राम सोने के गहने! - July 25, 2025
- Rail WhatsApp Chatbot : अब ट्रेन यात्रा में नहीं होगी परेशानी! रेलवे ने शुरू की वॉट्सऐप चैटबॉट शिकायत सेवा – जानें पूरा प्रोसेस - July 13, 2025