Mere Husband Ki Biwi Full Review In Hindi: जैकी, रकुल का साथ पाकर अर्जुन का सधा निशाना, भूमि और हर्ष बने कमजोर कड़ियां

Mere Husband Ki Biwi Review: मुदस्सर अजीज द्वारा निर्देशित ‘मेरे हसबैंड की बीवी’ एक रोमांटिक-कॉमेडी फिल्म है, जिसका शीर्षक ही दर्शकों को हंसाने का वादा करता है। हालांकि, फिल्म देखने के बाद यह स्पष्ट हो जाता है कि कहानी में दम नहीं है और यह केवल बिखरे हुए दृश्यों का एक मिश्रण है।

Mere Husband Ki Biwi Full Review In Hindi: जैकी, रकुल का साथ पाकर अर्जुन का सधा निशाना, भूमि और हर्ष बने कमजोर कड़ियां

फिल्म रिव्यू: Mere Husband Ki Biwi

नाम: मेरे हसबैंड की बीवी

रेटिंग: ⭐⭐☆☆☆

कलाकार: अर्जुन कपूर, भूमि पेडनेकर, रकुल प्रीत सिंह, हर्ष गुजराल

निर्देशक: मुदस्सर अजीज

रिलीज डेट: 21 फरवरी 2025

प्लेटफॉर्म: सिनेमाघर

भाषा: हिंदी

कहानी की कमजोरी

Mere Husband Ki Biwi की शुरुआत दिल्ली में रहने वाले अंकुर चड्ढा (अर्जुन कपूर) से होती है, जो अपनी पत्नी प्रभलीन चड्ढा से परेशान नजर आता है। कहानी में उसे एक सख्त और क्रूर पत्नी के रूप में दिखाने की कोशिश की गई है, लेकिन उसका चरित्र कहीं भी स्पष्ट रूप से स्थापित नहीं होता। अंकुर की मुलाकात ऋषिकेश में अपनी पुरानी दोस्त अंतरा खन्ना (रकुल प्रीत सिंह) से होती है, जिससे वह अपनी पिछली शादी की परेशानियों के बारे में बात करता है।

जब अंतरा और अंकुर शादी का फैसला करते हैं, तभी प्रभलीन अचानक उनकी जिंदगी में वापस आ जाती है। उसे एक दुर्घटना के कारण अपनी याददाश्त खो देने का बहाना दिया गया है, जिसमें उसे अपनी शादी तो याद है लेकिन तलाक नहीं। इसके बाद अंतरा और प्रभलीन के बीच अंकुर को पाने की होड़ शुरू होती है। हालांकि, यह प्रेम त्रिकोण बिल्कुल भी दिलचस्प नहीं बन पाता।

 

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फिल्म का कमजोर निर्देशन और पटकथा

इंटरवल से पहले फिल्म खिंची हुई लगती है। शुरुआत में अंकुर की बैचलर पार्टी, बाउंसर से लड़ाई और उसके पिता का अनावश्यक रूप से रसिक दिखाया जाना, ये सभी दृश्य बेवजह और बचकाने लगते हैं। Mere Husband Ki Biwi में प्रभलीन के किरदार को सबसे विचित्र तरीके से दिखाने की कोशिश की गई है, लेकिन उसकी भूमिका कहानी में कहीं फिट नहीं बैठती।

शादी टूटने के कारण भी स्पष्ट नहीं किए गए हैं। प्रभलीन के पास पहले से ही एक बॉयफ्रेंड (आदित्य सील) है, फिर भी वह अचानक से अंकुर को पाने के लिए क्यों बेताब हो जाती है, यह स्पष्ट नहीं होता। फिल्म में अंतरा और प्रभलीन की लड़ाई को बार-बार एक ही कॉलेज सीन के माध्यम से दिखाया गया है, जो दोहराव महसूस कराता है।

फीके कलाकार और कमजोर संवाद

Mere Husband Ki Biwi में अर्जुन कपूर रोमांटिक हीरो के रूप में फिट नहीं बैठते। उनका किरदार न ही रोमांस में प्रभावी दिखता है और न ही एक प्रताड़ित पति के रूप में। भूमि पेडनेकर की एक्टिंग जरूरत से ज्यादा लगती है और कई बार ओवरएक्टिंग का एहसास होता है। रकुल प्रीत सिंह सिर्फ सुंदर दिखने तक ही सीमित रह गई हैं, उनके चेहरे के भाव कहीं नजर नहीं आते।

बेमेल संगीत और नीरसता

फिल्म की लोकेशन्स दिल्ली, अमृतसर और लंदन तक जाती हैं, लेकिन किसी भी स्थान का उपयोग प्रभावी तरीके से नहीं किया गया है। फिल्म में रोमांस को जबरदस्ती ठूंसा गया है। उदाहरण के लिए, अंकुर का प्रभलीन को ‘मोहब्बतें’ फिल्म के गाने ‘दुनिया में है कितनी नफरतें’ के जरिए प्रपोज करना और अंतरा के लिए मॉल में हैंड ग्लाइडिंग से आना, दोनों ही दृश्य अप्राकृतिक लगते हैं।

Mere Husband Ki Biwi’ एक कमजोर कहानी, सुस्त निर्देशन और अनावश्यक खींचतान का मिश्रण है। न ही इसकी कॉमेडी हंसाती है और न ही रोमांस कोई प्रभाव छोड़ता है। फिल्म की सबसे बड़ी कमजोरी इसकी पटकथा है, जो किसी ठोस निष्कर्ष तक नहीं पहुंचती। दर्शकों के लिए यह फिल्म समय और पैसे की बर्बादी साबित हो सकती है।

रेटिंग: 2/5

Arpna Dhar

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