Loan Closure vs Loan Settlement: अक्सर लोग लोन क्लोजर (Loan Closure) और लोन सेटलमेंट (Loan Settlement) को एक ही प्रक्रिया समझ लेते हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि दोनों में बड़ा अंतर होता है।
इन दोनों का असर सीधे आपके क्रेडिट स्कोर (Credit Score), क्रेडिट प्रोफाइल और भविष्य में लोन मिलने की संभावना पर पड़ता है। इसलिए, इन दोनों प्रक्रियाओं को समझना बेहद जरूरी है ताकि आप अपने लिए सही फैसला ले सकें।
क्या होता है Loan Closure?
लोन क्लोजर का मतलब है कि आपने बैंक या वित्तीय संस्था को लोन की पूरी राशि (Principal + Interest) चुका दी है। इसे आप ईएमआई (EMI) के जरिए या एकमुश्त भुगतान (Full Payment) करके पूरा कर सकते हैं।
लोन क्लोजर होने पर आपका क्रेडिट स्कोर सुरक्षित रहता है।
यह साबित करता है कि आपने अपनी वित्तीय जिम्मेदारी पूरी की है।
बैंक क्लोजर के बाद आपको No Objection Certificate (NOC) जारी करती है।
भविष्य में आपको नया लोन या क्रेडिट कार्ड लेने में कोई दिक्कत नहीं होती।
सीधे शब्दों में कहें तो — लोन क्लोजर एक पॉजिटिव फाइनेंशियल एक्शन है जो आपकी क्रेडिट हिस्ट्री को मजबूत बनाता है।
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क्या होता है Loan Settlement?
लोन सेटलमेंट तब होता है जब कोई ग्राहक अपनी आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण लोन की पूरी रकम नहीं चुका पाता। ऐसे में बैंक उससे कम राशि में समझौता (Negotiation) कर लेती है।
उदाहरण के लिए —
अगर आपने ₹2 लाख का लोन लिया है और बैंक आपसे ₹1.20 लाख लेकर सेटलमेंट कर देती है, तो बाकी ₹80,000 माफ हो जाते हैं। लेकिन ध्यान रहे —
यह लोन क्लोजर नहीं, बल्कि सेटलमेंट (Settlement) होता है।
इससे आपका क्रेडिट स्कोर बुरी तरह प्रभावित होता है।
भविष्य में बैंक या अन्य वित्तीय संस्थाएं आपको नया लोन या क्रेडिट कार्ड देने से मना कर सकती हैं।
यह आपके क्रेडिट रिपोर्ट में “Settled” के रूप में दर्ज हो जाता है, जो भविष्य में परेशानी का कारण बन सकता है।
कौन सा विकल्प बेहतर है?
अगर आप थोड़े समय के लिए आर्थिक परेशानी से गुजर रहे हैं, तो Loan Closure का विकल्प ही चुनें। इससे आपका वित्तीय रिकॉर्ड साफ रहता है।
वहीं, अगर आपकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब है और भविष्य में सुधार की कोई संभावना नहीं है, तब ही Loan Settlement पर विचार करें — वो भी अंतिम विकल्प के रूप में।
किसी भी निर्णय से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर या बैंक काउंसलर से सलाह लेना सबसे अच्छा कदम रहेगा।
निष्कर्ष (Conclusion)
Loan Closure आपकी फाइनेंशियल साख को मजबूत बनाता है, जबकि Loan Settlement आपके क्रेडिट स्कोर को नुकसान पहुंचा सकता है।
इसलिए हमेशा कोशिश करें कि लोन की पूरी रकम चुकाकर क्लोजर करें, सेटलमेंट नहीं।
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