Bihar Police News : बिहार पुलिस ने अपराध पर नियंत्रण और जनता के साथ बेहतर संबंध स्थापित करने के लिए नई पहल शुरू की है। इस दिशा में पूर्वी चंपारण पुलिस ने थाना प्रभारियों की नियुक्ति के लिए अनूठा कदम उठाया है।
इस पहल के तहत, जिले में सब-इंस्पेक्टर (एसआई) को थाना प्रभारी बनाने में उनकी तकनीकी शिक्षा और उपलब्धियों को प्राथमिकता दी जा रही है। पुलिस अधीक्षक (एसपी) स्वर्ण प्रभात ने हाल ही में हरसिद्धि, चिरैया, तुरकौलिया, पिपरा, राजेपुर, भोपतपुर और आदापुर थानों के लिए प्रभारियों की नियुक्ति की है।
तकनीकी शिक्षा को Bihar Police में प्राथमिकता
Bihar News: एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि एसआई को थाना प्रभारी बनाते समय उनकी जिम्मेदारी निभाने की क्षमता और तकनीकी दक्षता को ध्यान में रखा गया है। उन्होंने कहा कि अपराधी लगातार नई-नई तकनीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे में तकनीकी शिक्षा प्राप्त थाना प्रभारी अपराध रोकने में अधिक सक्षम हो सकते हैं।
शैक्षणिक योग्यता और पुलिस-पब्लिक संबंध
एसपी ने यह भी बताया कि शैक्षणिक योग्यता थाना प्रभारी की समाज में प्रतिष्ठा बढ़ाने में मदद करती है, जिससे Bihar Police और जनता के संबंध मजबूत होते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए थाना प्रभारियों की शैक्षणिक योग्यता को सार्वजनिक किया जा रहा है।
उपलब्धियों के आधार पर नियुक्तियां
हरसिद्धि थाने के प्रभारी सर्वेंद्र कुमार को 11 साल का एसटीएफ अनुभव होने के साथ-साथ तकनीकी ज्ञान के लिए चुना गया। उन्हें मुख्यमंत्री द्वारा 51,000 रुपये की वीरता पुरस्कार राशि और बिहार के पुलिस महानिदेशक से 10 प्रशस्ति पत्र मिल चुके हैं। इसी प्रकार, अन्य थाना प्रभारियों को भी उनकी उपलब्धियों और कार्यक्षमता के आधार पर जिम्मेदारी सौंपी गई है।
नई पहल से कार्यक्षमता में सुधार की उम्मीद
एसपी स्वर्ण प्रभात ने कहा कि इस कदम से न केवल कार्य पद्धति में सुधार होगा बल्कि अन्य एसआई भी बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित होंगे। इस पहल से Bihar Police व्यवस्था को नई दिशा मिलने की संभावना है।