Dhanteras 2024: भगवान धन्वंतरि की पूजा और त्रिपुष्कर योग, जानें शुभ मुहूर्त और खरीदारी का महत्व

Dhanteras 2024: धनतेरस, दिवाली पर्व की शुरुआत का पर्व है। इस साल धनतेरस पर त्रिपुष्कर योग बन रहा है, जो खरीदारी के लिए बेहद शुभ माना जाता है। इस योग में की गई खरीदारी से धन में कई गुना वृद्धि होने की मान्यता है।

Dhanteras 2024: भगवान धन्वंतरि की पूजा और त्रिपुष्कर योग, जानें शुभ मुहूर्त और खरीदारी का महत्व

धनतेरस का त्योहार धन, समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य का प्रतीक है। इस दिन की गई पूजा और खरीदारी से जीवन में खुशहाली आती है।

Dhanteras 2024: शुभ मुहूर्त और खरीदारी का महत्व

धनतेरस के अगले दिन नरक चतुर्दशी या छोटी दिवाली मनाई जाती है। उस दिन, भगवान धन्वंतरि की पूजा से अच्छे स्वास्थ्य और लंबी उम्र की प्राप्ति होती है। हालांकि, इस साल धनतेरस की तारीख को लेकर कुछ असमंजस है, क्योंकि कुछ लोग इसे 29 अक्तूबर को और कुछ 30 अक्तूबर को मनाएंगे। दोनों ही दिन खरीदारी के लिए शुभ माने गए हैं।

क्यों है खास इस बार का धनतेरस?

त्रिपुष्कर योग: इस साल धनतेरस पर बन रहा त्रिपुष्कर योग इसे और अधिक खास बना रहा है।

शुभ मुहूर्त: धनतेरस के दिन पूरे दिन खरीदारी के लिए शुभ मुहूर्त रहेंगे।

खरीदने की वस्तुएं: इस दिन सोना, चांदी, बर्तन, झाड़ू, धनिया और अन्य शुभ वस्तुएं खरीदना शुभ माना जाता है।

भगवान धन्वंतरि की पूजा: इस दिन भगवान धन्वंतरि, माता लक्ष्मी और कुबेर देवता की पूजा की जाती है।

धनतेरस का महत्व:

धन वृद्धि: धनतेरस के दिन की गई खरीदारी से धन में वृद्धि होती है।

सुख-समृद्धि: इस दिन की गई पूजा से घर में सुख-समृद्धि आती है।

अच्छा स्वास्थ्य: भगवान धन्वंतरि की पूजा से व्यक्ति को अच्छा स्वास्थ्य और लंबी उम्र मिलती है।

Dhanteras 2024 शुभ मुहूर्त:

त्रयोदशी तिथि: 29 अक्टूबर को सुबह 10:31 बजे से 30 अक्टूबर दोपहर 1:15 बजे तक।

धनतेरस पूजा: 29 अक्टूबर को शाम 6:31 बजे से रात 8:13 बजे तक।

त्रिपुष्कर योग: 29 अक्टूबर सुबह 6:31 बजे से 30 अक्टूबर सुबह 10:31 बजे तक।

धनतेरस पर दीपदान करें

Dhanteras 2024 दिन दीपदान का भी खास महत्व है। ज्योतिषाचार्य के अनुसार, प्रदोष काल में भगवान धन्वंतरि की पूजा के साथ घर के मुख्य दरवाजे, छत और नल के पास दीपक जलाने से सुख-समृद्धि आती है और अकाल मृत्यु का भय समाप्त होता है।

क्या खरीदें?

सोना, चांदी, बर्तन

झाड़ू, धनिया

वाहन, जमीन, प्रॉपर्टी

अन्य शुभ वस्तुएं

कैसे करें पूजा?

प्रदोष काल में भगवान धन्वंतरि की पूजा करें।

घर के मुख्य द्वार, छत और नल के पास दीपक जलाएं।

Shah Shivangi

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