Aaj Ka Panchang: आज, 7 अक्टूबर, नवरात्रि का पांचवाँ दिन है। इस दिन हम माँ स्कंदमाता की आराधना करते हैं। माँ स्कंदमाता शांति और सुख की देवी हैं।
माँ स्कंदमाता की पूजा विधि:
स्कंदमाता की पूजा नवरात्रि के पांचवें दिन की जाती है। ये एक सरल और भावपूर्ण प्रक्रिया है। आइए जानते हैं कैसे करें माँ स्कंदमाता की पूजा:
शास्त्रों के अनुसार: स्कंदमाता को सबसे पहले गंगा जी के जल से शुद्ध करें।
उन्हें फूल, मिष्ठान और फल अर्पित करें।
मंत्र: “सिंहासनगता नित्यं पद्माश्रितकरद्वया। शुभदास्तु सदा देवी स्कन्दमाता यशस्विनी।।”
1. पूजा का समय:
सुबह के समय स्नान आदि करके शुद्ध हो जाएं।
एक साफ स्थान पर माँ स्कंदमाता की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
2. पूजा सामग्री:
लाल रंग का आसन
कलश
गंगाजल
रोली
चंदन
फूल (सफेद रंग के)
धूप-दीप
नैवेद्य (केले का भोग)
मिठाई
फल
कुमकुम
मौली
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3. पूजा विधि:
सबसे पहले कलश को स्थापित करें और उसमें गंगाजल भरें।
माँ स्कंदमाता की प्रतिमा को गंगाजल से शुद्ध करें।
प्रतिमा के सामने दीपक जलाएं और धूप दें।
रोली और चंदन से स्वस्तिक बनाएं।
माँ को फूल अर्पित करें।
नैवेद्य के रूप में केले का भोग लगाएं।
अन्य मिठाई और फल भी चढ़ा सकते हैं।
माँ स्कंदमाता का मंत्र जाप करें:
माँ से अपने मन की भावनाओं को व्यक्त करें।
अंत में आरती करें।
4. विशेष ध्यान:
आज के दिन सफेद रंग के वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है।
मन को एकाग्र करके पूजा करें।
पूजा के बाद प्रसाद ग्रहण करें।
स्कंदमाता को केले का भोग लगाना विशेष फलदायी माना जाता है।
नवरात्रि में अशोक वृक्ष की जड़ को तिजोरी में रखने से धन लाभ होता है।
आज का पंचांग:Aaj Ka Panchang
तिथि: चतुर्थी (सुबह 09:47 तक), फिर पंचमी
नक्षत्र: अनुराधा
वार: सोमवार
राहुकाल: सुबह 07:45 से 09:13 तक
शुभ मुहूर्त:
अभिजित मुहूर्त: सुबह 11:46 से 12:33 तक
विजय मुहूर्त: दोपहर 02:17 से 03:06 तक
अशुभ मुहूर्त:
राहुकाल: सुबह 07:45 से 09:13 तक
यमगण्ड: सुबह 10:41 से 12:09 तक
Disclaimer: यह Aaj Ka Panchang जानकारी सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी धार्मिक अनुष्ठान को करने से पहले किसी पंडित या विद्वान से सलाह लें।