Nadaaniyan Moive Review 2025: छोटे नवाब की ‘खुशी’ को लगी नेटफ्लिक्स की नजर, डेब्यू फिल्म के ये रहे पांच गुनेहगार

फिल्म रिव्यू: Nadaaniyan Moive Review

कलाकार: इब्राहिम अली खान, खुशी कपूर, महिमा चौधरी, सुनील शेट्टी, दीया मिर्जा, जुगल हंसराज, अर्चना पूरण सिंह आदि।

लेखक: इशिता मोइत्रा, रीवा राजदान कपूर, जेहान हांडा।

WhatsApp Group
Join Now
Telegram Group
Join Now

निर्देशक: शॉना गौतम।

निर्माता: करण जौहर, अपूर्वा मेहता, सोमेन मिश्रा।

ओटीटी: नेटफ्लिक्स।

रिलीज: 7 मार्च 2025।

रेटिंग

Nadaaniyan Moive Review: छोटे नवाब की ‘खुशी’ को लगी नेटफ्लिक्स की नजर, डेब्यू फिल्म के ये रहे पांच गुनेहगार

धर्मा प्रोडक्शन्स हो या धर्मेटिक एंटरटेनमेंट, फर्क सिर्फ नाम का है। असली ताकत करण जौहर, अपूर्वा मेहता और सोमेन मिश्रा जैसे निर्माताओं के हाथ में है। यश जौहर की विरासत को आगे बढ़ाने वाली यह कंपनी हाल ही में चर्चा में रही, जब इसका आधा हिस्सा हजार करोड़ रुपये में बिका। कहा गया कि कंपनी मुनाफे में नहीं थी।

और नई मेगाबजट फिल्मों के लिए इसे अतिरिक्त निवेश की जरूरत थी, जो अदार पूनावाला ने पूरा किया। लेकिन अगर यह पैसा ‘नादानियां’ जैसी फिल्मों में लगाया जा रहा है, तो पूनावाला को जल्द ही धर्मा की बागडोर संभालने के लिए किसी और निर्माता की तलाश करनी पड़ सकती है।

‘Nadaaniyan’ एक कमजोर फिल्म है, जिसमें स्टार किड्स को लॉन्च करने का एक और असफल प्रयास किया गया है।

Nadaaniyan की कहानी और पटकथा की कमजोरियां

Nadaaniyan की कहानी और पटकथा की कमजोरियां

फिल्म की सबसे बड़ी समस्या इसकी कहानी और पटकथा है। इसे लिखने वाले इशिता मोइत्रा, रीवा राजदान कपूर और जेहान हांडा ने एक ऐसी स्क्रिप्ट तैयार की है, जो शायद किसी महंगे बोर्डिंग स्कूल की फैंसी लाइफ को दिखाती हो, लेकिन आम दर्शकों से इसका कोई कनेक्शन नहीं बनता। कहानी इतनी सतही है कि कोई भी हिंदी फिल्म प्रेमी इसे पहले सीन से ही समझ सकता है।

फिल्म में एक अमीर लड़की (खुशी कपूर) एक लड़के (इब्राहिम अली खान) को किराए पर प्रेमी बनाने के लिए पैसे देती है। लेकिन धीरे-धीरे यह किराया प्यार में बदल जाता है। यह प्लॉट जितना सुना-सुनाया है, फिल्म की ट्रीटमेंट उतनी ही कमजोर है। शाहरुख खान ने ‘मैं हूं ना’ में स्कूल स्टूडेंट का रूप लिया था, लेकिन यहां इब्राहिम का किरदार क्लासरूम में शिक्षिका को देखकर आंखें मारता है—जो दर्शकों के लिए असहज करने वाला है।

Nadaaniyan निर्देशन में अनुभवहीनता

डायरेक्टर शॉना गौतम की यह डेब्यू फिल्म है, और यह साफ दिखता है कि उन्हें इस प्रोजेक्ट के लिए बेहतर तैयारी की जरूरत थी। फिल्म की स्क्रिप्ट से लेकर सीन एक्सेक्यूशन तक, सब कुछ कच्चा और अधूरा लगता है। ‘नादानियां’ देखकर ऐसा महसूस होता है कि यह किसी स्कूल के एनुअल फंक्शन की स्टूडेंट स्किट है, जिसे जबरन एक फुल-लेंथ फिल्म का रूप दे दिया गया।

फिल्म के निर्माताओं का शायद यह मानना था कि नेटफ्लिक्स पर इसे आसानी से बेचा जा सकता है, लेकिन यह ट्रेंड हिंदी सिनेमा को नुकसान पहुंचा रहा है। इससे पहले सुशांत सिंह राजपूत की फिल्म ‘ड्राइव’ भी इसी तरह नेटफ्लिक्स पर डंप कर दी गई थी।

इब्राहिम-खुशी की स्क्रीन प्रेजेंस और अभिनय

Nadaaniyan’ एक लव स्टोरी है, लेकिन इसमें न तो प्यार की मासूमियत दिखती है, न ही किसी भी किरदार की केमिस्ट्री असर छोड़ती है। इब्राहिम अली खान का अभिनय बेहद सपाट है।

उनके चेहरे पर कोई इमोशन नहीं दिखता, और फिल्म के दौरान ऐसा लगता है कि वे सिर्फ अपने स्टार किड स्टेटस के दम पर डेब्यू कर रहे हैं। उनके पिता सैफ अली खान भी अपने शुरुआती दौर में संघर्ष करते दिखे थे, लेकिन सैफ में डांस और रोमांस की एक नैचुरल अपील थी, जो इब्राहिम में नदारद है।

खुशी कपूर की यह तीसरी फिल्म है। ‘आर्चीज’ और ‘लवयापा’ के बाद अब ‘Nadaaniyan’ में भी उनका परफॉर्मेंस कुछ खास नहीं है। उनकी डायलॉग डिलीवरी और एक्सप्रेशन काफी बनावटी लगते हैं।

सीनियर कलाकारों की मौजूदगी भी बेअसर

फिल्म में सुनील शेट्टी, दीया मिर्जा, महिमा चौधरी, जुगल हंसराज और अर्चना पूरण सिंह जैसे अनुभवी कलाकार मौजूद हैं, लेकिन उनके किरदार इतने कमजोर लिखे गए हैं कि वे फिल्म को बचा नहीं पाते। अर्चना पूरण सिंह को ‘मिसेज ब्रिगैंजा’ वाले अंदाज में लाकर पुरानी फिल्मों की याद दिलाने की कोशिश की गई है, लेकिन यह प्रयास भी अधूरा रह जाता है।

संगीत की बात करें तो सचिन-जिगर का म्यूजिक इस फिल्म के लिए कोई खास योगदान नहीं देता। हिंदी सिनेमा में रोमांटिक फिल्मों के लिए यादगार गाने हमेशा से एक मजबूत पक्ष रहे हैं, लेकिन ‘नादानियां’ इस मामले में भी कमजोर साबित होती है।

निष्कर्ष: क्या देखें, क्या छोड़ें?

Nadaaniyan’ एक औसत दर्जे की फिल्म है, जिसमें कोई नई बात नहीं है। फिल्म की स्क्रिप्ट कमजोर है, निर्देशन अनाड़ी है, और लीड एक्टर्स में वह दम नहीं है जो दर्शकों को बांध सके।

अगर आप नई पीढ़ी के स्टार किड्स का टैलेंट देखना चाहते हैं, तो इस फिल्म को देख सकते हैं—लेकिन तैयार रहें कि यह अनुभव निराशाजनक हो सकता है। नेटफ्लिक्स का मोबाइल सब्सक्रिप्शन 199 रुपये का है, लेकिन इस फिल्म के लिए वह भी ज्यादा लग सकता है।

रेटिंग: ⭐⭐ (2/5)

Arpna Dutta
WhatsApp Group
Join Now
Telegram Group
Join Now

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top