Inspector Zende रिव्यू: मनोज बाजपेयी का दमदार पुलिस ड्रामा, सर्भ संग बिल्ली-चूहे का खेल, जानें कैसी है ‘इंस्पेक्टर

Inspector Zende Movie Review in Hindi: मनोज बाजपेयी एक बार फिर पुलिस वर्दी में नज़र आए हैं और रिलीज़ के साथ ही उनकी नई फिल्म इंस्पेक्टर ज़ेंडे चर्चा में आ गई है। चिन्मय मंडलेकर के निर्देशन में बनी इस फिल्म में मनोज के साथ जिम सर्भ, सचिन खेडेकर और गिरिजा ओक जैसे शानदार कलाकार नजर आते हैं।

Inspector Zende रिव्यू: मनोज बाजपेयी का दमदार पुलिस ड्रामा, सर्भ संग बिल्ली-चूहे का खेल, जानें कैसी है 'इंस्पेक्टर
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Inspector Zende cast and review: कहानी असल ज़िंदगी के करिश्माई पुलिस अफसर मधुकर बापूराव ज़ेंडे से प्रेरित है, जिन्होंने कुख्यात अपराधी चार्ल्स शोभराज को एक बार नहीं बल्कि दो बार पकड़कर इतिहास रच दिया था।

Inspector Zende Movie की कहानी

Crime thriller Bollywood movie 2025: फिल्म की कहानी अंतर्राष्ट्रीय ठग कार्ल भोजराज (जिम सर्भ) से शुरू होती है, जो जेल से फरार होकर मुंबई में फिर से आतंक फैलाने लगता है। उसके पीछे लगते हैं इंस्पेक्टर ज़ेंडे (मनोज बाजपेयी), जिनके सामने चुनौती है – इस चालाक और खतरनाक भगोड़े को पकड़ना।

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इससे पहले कि उसके झांसे फिर से शहर को हिला दें। इसके साथ शुरू होता है रोमांचक चूहे-बिल्ली का खेल।

Manoj Bajpayee की नई फिल्म Inspector Zende कैसी है?

क्राइम थ्रिलर भारतीय सिनेमा के लिए नई बात नहीं है। चार्ल्स शोभराज जैसे अपराधी पर कई किताबें, फिल्में और सीरीज़ बन चुकी हैं – मैं और चार्ल्स (2015) से लेकर नेटफ्लिक्स की द सर्पेंट (2021) तक। लेकिन इंस्पेक्टर ज़ेंडे की खासियत यह है कि यहां फोकस अपराधी पर नहीं बल्कि उस पुलिस अफसर पर है।

 

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जिसने बिना किसी हाई-टेक टेक्नोलॉजी या डिजिटल सिस्टम के अपने दिमाग और हिम्मत से उसे दो-दो बार पकड़ा।

70-80 के दशक की पृष्ठभूमि पर बनी इस फिल्म में उस दौर की पुलिसिंग दिखाई गई है, जब सबकुछ इंसानी समझ और अनुभव पर निर्भर था। फिल्म कई जगह हल्के-फुल्के कॉमिक टच भी देती है, जिससे पीछा और मिशन थोड़े मनोरंजक अंदाज़ में सामने आता है।

परफॉर्मेंस

मनोज बाजपेयी – हमेशा की तरह अपने दमदार अभिनय से इंस्पेक्टर ज़ेंडे को ज़िंदा कर देते हैं। उनका स्क्रीन प्रेज़ेंस और संवाद अदायगी फिल्म का सबसे बड़ा प्लस प्वाइंट है।

जिम सर्भ – कार्ल भोजराज के किरदार में बेहद आकर्षक और खतरनाक, उनकी चालाकी और शालीनता दोनों साथ में झलकती है।

भालचंद्र कदम – ज़ेंडे के सहयोगी के रूप में हल्कापन और ह्यूमर जोड़ते हैं।

सचिन खेडेकर – छोटे रोल में भी असरदार।

कमियां

फिल्म की गति कुछ जगहों पर धीमी हो जाती है। लगातार पीछा-भागमभाग देखने के बाद दर्शक थोड़े थकते हैं। साथ ही कहानी कई जगह अनुमानित लगने लगती है, जिससे रोमांच कम हो जाता है।

 फिल्म Inspector Zende देखनी चाहिए या नहीं?

इंस्पेक्टर ज़ेंडे एक दिलचस्प पुलिस ड्रामा है, जिसमें सच्ची घटनाओं से जुड़ा रोमांच भी है और मनोज बाजपेयी का शानदार अभिनय भी। हालांकि फिल्म की गति और प्रेडिक्टेबल प्लॉट थोड़ी कमी छोड़ जाते हैं, लेकिन फिर भी यह सिनेमाघरों में देखने लायक फिल्म है।

निर्देशक: चिन्मय मंडलेकर

कलाकार: Manoj Bajpayee, जिम सर्भ, सचिन खेडेकर, गिरिजा ओक, भालचंद्र कदम

Inspector Zende IMDb rating: ★★★ (3/5)

Arpna Dutta
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