vaibhav suryawanshi Kaun hai:
क्रिकेट की दुनिया में एक नया सितारा उभरकर सामने आया है—बिहार के समस्तीपुर जिले के ताजपुर गांव का 14 वर्षीय बालक वैभव सूर्यवंशी। उम्र महज 14 साल और 23 दिन, लेकिन जिगर ऐसा कि पहली ही गेंद पर छक्का जड़कर क्रिकेट की दुनिया में तहलका मचा दिया।
पावरसमाइंड न्यूज़, समस्तीपुर– यही नहीं, गूगल के CEO सुंदर पिचाई तक वैभव की बल्लेबाज़ी के कायल हो गए हैं और उन्होंने सोशल मीडिया पर उनकी तारीफों के पुल बांध दिए हैं।
IPL डेब्यू की पहली गेंद पर छक्का, दिल जीत लिया
IPL 2025 में राजस्थान रॉयल्स (RR) की ओर से खेलते हुए वैभव सूर्यवंशी ने लखनऊ सुपर जाएंट्स (LSG) के खिलाफ डेब्यू किया। जैसे ही वो क्रीज पर आए, पहली ही गेंद पर शार्दुल ठाकुर जैसे अनुभवी गेंदबाज को जोरदार छक्का मार दिया। यह सिर्फ एक शॉट नहीं था, यह आत्मविश्वास, मेहनत और सपनों की उड़ान का प्रतीक था।
उन्होंने 20 गेंदों पर 34 रन बनाए, जिसमें 2 चौके और 3 छक्के शामिल थे। उनका स्ट्राइक रेट रहा 170, जो दर्शाता है कि वह आने वाले समय में टीम इंडिया के लिए बड़ा नाम बन सकते हैं।
सुंदर पिचाई भी हुए फैन, सोशल मीडिया पर की तारीफ
Google CEO सुंदर पिचाई ने अपने एक्स (X) हैंडल पर वैभव को लेकर लिखा:
Woke up to watch an 8th grader play in the IPL!!!! What a debut! https://t.co/KMR7TfnVmL
— Sundar Pichai (@sundarpichai) April 19, 2025
“सुबह उठते ही 8वीं क्लास के बच्चे को IPL में खेलते देखा! क्या शानदार शुरुआत थी!”
इस एक पोस्ट ने वैभव को देशभर के मीडिया और सोशल मीडिया में स्टार बना दिया है।
IPL के इतिहास में सबसे कम उम्र में कॉन्ट्रैक्ट पाने वाले खिलाड़ी vaibhav suryawanshi
वैभव ने IPL 2025 के मेगा ऑक्शन में ही रिकॉर्ड बना दिया था। 13 साल की उम्र में ही राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें 1.10 करोड़ रुपये में खरीदा। वो सबसे कम उम्र में IPL कॉन्ट्रैक्ट पाने वाले खिलाड़ी बन गए।
इससे पहले ये रिकॉर्ड प्रयास रे बरमन के नाम था, जिन्होंने 2019 में 16 साल और 157 दिन की उम्र में डेब्यू किया था।
12 साल की उम्र में रणजी ट्रॉफी डेब्यू
वैभव सूर्यवंशी की क्रिकेट यात्रा बहुत कम उम्र में शुरू हो गई थी। साल 2024 में मात्र 12 साल की उम्र में उन्होंने बिहार के लिए रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया और तभी से वो चयनकर्ताओं की नजरों में आ गए।
भारत अंडर-19 में शतक, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कमाल
उन्होंने ऑस्ट्रेलिया अंडर-19 टीम के खिलाफ 4 दिवसीय मैच में महज 58 गेंदों में शतक जड़कर सनसनी मचा दी थी। उस मैच में उन्होंने दिखा दिया था कि वह सिर्फ कम उम्र के कारण नहीं, बल्कि अपने टैलेंट की वजह से इस मुकाम पर हैं।
बाएं हाथ के बल्लेबाज़ और लेफ्ट आर्म स्पिनर
वैभव सूर्यवंशी बाएं हाथ के स्टाइलिश बल्लेबाज़ हैं और साथ ही लेफ्ट आर्म स्पिन गेंदबाज़ी भी करते हैं। वह एक ऑलराउंडर हैं, जो बल्लेबाज़ी में आक्रामकता और गेंदबाज़ी में चतुराई दिखाते हैं।
बचपन से क्रिकेट के जुनूनी, पिता भी थे क्रिकेटर
वैभव के पिता संजीव सूर्यवंशी खुद भी एक क्रिकेटर रहे हैं। उन्होंने वैभव को बचपन से ही क्रिकेट की ट्रेनिंग दी। वैभव के आदर्श ब्रायन लारा हैं और वह अपने खेल को बेहतर बनाने के लिए भारत के पूर्व क्रिकेटर वसीम जाफर से समय-समय पर सलाह लेते रहते हैं।
एक खास क्लब का हिस्सा बन गए vaibhav suryawanshi
वैभव सूर्यवंशी पहली ही गेंद पर छक्का लगाने वाले चुनिंदा खिलाड़ियों में शामिल हो गए हैं। इस खास क्लब में रॉब क्विनी, आंद्रे रसेल, कार्लोस ब्रेथवेट, महेश तीक्षणा जैसे इंटरनेशनल सितारे भी शामिल हैं।
- ये भी पढ़ें Sanjiv Goenka Net Worth: लखनऊ सुपर जायंट्स के मालिक संजीव गोयनका की कुल संपत्ति और बिजनेस साम्राज्य?
वैभव सूर्यवंशी की कुल संपत्ति और ब्रांड वैल्यू
वैभव की उम्र भले ही कम हो, लेकिन आज वह करोड़ों की ब्रांड वैल्यू के साथ क्रिकेट की दुनिया के उभरते सितारे हैं। IPL कॉन्ट्रैक्ट, प्रायोजन, ब्रांड्स और फॉलोअर्स की बात करें तो वह अभी से ही न्यू जनरेशन क्रिकेट आइकन बन चुके हैं।
बिलकुल, नीचे वैभव सूर्यवंशी की पारिवारिक पृष्ठभूमि, जाति, और गांव से जुड़ी जानकारी को साफ, सहज और सम्मानजनक भाषा में विस्तार से लिखा गया है — ताकि यह एक भरोसेमंद बायोग्राफी सेक्शन की तरह लगे:
vaibhav suryawanshi परिवार का परिचय
वैभव सूर्यवंशी का जन्म 27 मार्च 2011 को बिहार के समस्तीपुर जिले के एक साधारण लेकिन मेहनती परिवार में हुआ। उनके पिता संजीव सूर्यवंशी खुद एक प्रतिभाशाली क्रिकेटर रह चुके हैं। संजीव जी ने बेटे के सपनों को पहचानकर उन्हें छोटी उम्र से ही क्रिकेट की ट्रेनिंग देना शुरू किया।
View this post on Instagram
वैभव की मां एक गृहिणी हैं, जो हर कदम पर उनका मनोबल बढ़ाती रही हैं। उन्होंने बेटे के खेल को कभी बोझ नहीं समझा, बल्कि पूरा समर्थन दिया — चाहे खाने-पीने की देखभाल हो या अभ्यास के समय की सुविधा।
vaibhav suryawanshi गांव और पृष्ठभूमि
वैभव का गांव ताजपुर, बिहार के समस्तीपुर जिला मुख्यालय से लगभग 12-15 किलोमीटर दूर स्थित है। यह गांव सामान्यतः खेती-किसानी और छोटे व्यापारों पर आधारित है, लेकिन अब इसे देश के नक्शे पर लाने वाले वैभव की वजह से एक नई पहचान मिल रही है।
ताजपुर के लोग वैभव की सफलता को अपनी उपलब्धि मानते हैं, और गांव में उनके IPL डेब्यू के बाद से ही उत्सव का माहौल बना हुआ है।
वैभव सूर्यवंशी किस जाति से हैं?
वैभव का उपनाम “सूर्यवंशी” है, जो सामान्यतः राजपूत समुदाय से जुड़ा होता है, विशेषकर उत्तर भारत और बिहार में। यह समुदाय ऐतिहासिक रूप से योद्धा परंपरा से जुड़ा रहा है और खेल-कूद, सेना और प्रशासन जैसे क्षेत्रों में सक्रिय रहा है।
हालांकि, वैभव सूर्यवंशी की जाति की कोई सरकारी पुष्टि अब तक नहीं हुई है, और ना ही उनके परिवार ने इस बारे में सार्वजनिक रूप से कोई बयान दिया है। इसलिए जातिगत पहचान से ज्यादा ज़रूरी है उनका प्रतिभा और मेहनत का प्रतीक बनना, जो वे बन चुके हैं।
निष्कर्ष: एक गांव से ग्लोबल मंच तक की प्रेरणादायक यात्रा vaibhav suryawanshi की जीवनी
ताजपुर गांव से IPL के मैदान तक, वैभव सूर्यवंशी की कहानी लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है। महज 14 साल की उम्र में इतना आत्मविश्वास, तकनीक और प्रदर्शन दिखाकर उन्होंने साबित कर दिया है कि सपने छोटे नहीं होते, और ना ही उन्हें पूरा करने की उम्र होती है।
अब देखना दिलचस्प होगा कि वैभव आने वाले मैचों में क्या कमाल करते हैं। एक बात तो तय है—यह शुरुआत है, अंत नहीं।
अगर आप इस तरह के प्रेरणादायक और रोमांचक खेल समाचार पसंद करते हैं तो जुड़े रहें powersmind.com के साथ।
- और पढ़ें Brain Booster Drinks: गर्मी में दिमाग को तेज और याददाश्त मजबूत करने के लिए रोज पिएं ये 3 नेचुरल ड्रिंक्स
- Foods for Strong Bones: हड्डियों को मजबूत कैसे बनाएं: रोजाना खाएं ये 3 सुपरफूड्स, कमजोरी होगी छूमंतर!
- SIP से बन सकते हैं करोड़पति: जानिए 2025 में वो जरूरी टिप्स जो आपके निवेश को बना सकते हैं गेमचेंजर
- Best Cooling Pad For Air Cooler: जानिए कौन सा कूलिंग पैड आपके लिए है बेस्ट – खस या हनीकॉम्ब?
- Virat Kohli Retirement: विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से अलविदा पर, अनुष्का शर्मा ने लिखी दिल छू लेने वाली बड़ी बात Post Viral ‘ - May 12, 2025
- IPL 2025 फिर से शुरू होगा! फैंस के लिए खुशखबरी, BCCI ने टीमों को दिए नए निर्देश; जानें कब होगा शुरू - May 12, 2025
- Success Story of Divya Ojha: लोग कहते थे ‘ छक्का जा रहा है’, आज कह रहे हैं सैल्यूट मैडम सर…पढ़िए ट्रांसजेंडर दिव्या ओझा की कहानी - May 11, 2025