NPS Vatsalya Scheme: एनपीएस वात्सल्य योजना का पहली बार ऐलान जुलाई में पेश किए गए पूर्ण बजट के दौरान किया गया था। जिसके बाद, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसी सप्ताह इस नए योजना की आधिकारिक शुरुआत की।
इस स्कीम की शुरुआत भारत सरकार युवाओं के भविष्य की वित्तीय सुरक्षा के लिए किया हैं और अब NPS Vatsalya Scheme को शानदार रिस्पॉन्स भी मिल रहा है. इस नए योजना को लॉन्च होते ही करीब 10 हजार एनरॉलमेंट हो गए.
NPS Vatsalya योजना में नामांकन
युवाओं के वित्तीय भविष्य को सुरक्षित करने के उद्देश्य से शुरू की गई एनपीएस वात्सल्य (NPS Vatsalya) योजना को बेहतरीन प्रतिक्रिया मिल रही है। योजना के लॉन्च होते ही बड़ी संख्या में लोगों ने इसमें रुचि दिखाई। लॉन्चिंग के पहले ही दिन लगभग 10,000 लोगों ने नामांकन कराया।
योजना को मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया
मीडिया के अनुसार, NPS Vatsalya योजना में पहले दिन ही कुल 9,700 से अधिक छोटे बच्चे जुड़े।पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ने इस बात की जानकारी दी कि इस स्कीम में विभिन्न एनरॉलमेंट पॉइंट्स और NPS PORTAL के जरिए बेहतरीन प्रतिक्रिया भी मिल रही है।
पहले दिन ही 9,705 नाबालिगों ने योजना में पंजीकरण किया, जिनमें से 2,197 अकाउंट्स ई-एनपीएस पोर्टल के जरिए खोले गए।
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NPS Vatsalya yojna की घोषणा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस योजना की घोषणा जुलाई में पेश किए गए पूर्ण बजट में की थी। 18 सितंबर को वित्त मंत्री ने योजना का आधिकारिक रूप से शुभारंभ किया। इसका उद्देश्य देश के युवाओं का वित्तीय भविष्य सुरक्षित करना और उन्हें सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना है।
पीएफआरडीए के द्वारा प्रबंधित योजना
यह योजना पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) के द्वारा संचालित की जा रही है। इसके तहत माता-पिता या अभिभावक अपने बच्चों के भविष्य के लिए निवेश कर सकते हैं। 18 साल से कम उम्र के किसी भी बच्चे के लिए इस योजना का लाभ उठाया जा सकता है। न्यूनतम 1,000 रुपये का निवेश आवश्यक है, जबकि अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है।
NPS Vatsalya yojna में कम्पाउंडिंग का लाभ
NPS Vatsalya योजना के तहत निवेशकों को कम्पाउंडिंग (चक्रवृद्धि) का लाभ मिलता है। जैसे ही बच्चा 18 साल का हो जाता है, उसके नाम से खोला गया एनपीएस वात्सल्य खाता अपने आप स्टैंडर्ड एनपीएस खाते में बदल जाता है।
इस योजना में शुरुआती तीन साल की लॉक-इन अवधि होती है, जिसके बाद 25% राशि को तीन बार निकाला जा सकता है। PIB चंडीगढ़ द्वारा किए गए एक कैलकुलेशन के अनुसार, अगर हर महीने 10,000 रुपये निवेश किए जाएं, तो 11 करोड़ रुपये से अधिक का रिटर्न प्राप्त किया जा सकता है।
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